बैंक प्रबंधक बोले केस करनेवाले दलाल, उनका आवेदन हमारे पास
चिरकुंडा : जुनकुदर फाटक निवासी महेन्द्र साव व सीताराम पासवान ने एसबीआइ चिरकुंडा के वरीय प्रबंधक व शा
चिरकुंडा : जुनकुदर फाटक निवासी महेन्द्र साव व सीताराम पासवान ने एसबीआइ चिरकुंडा के वरीय प्रबंधक व शाखा प्रबंधक के खिलाफ न्यायालय में बिना जानकारी खाते से पैसा निकालने का आरोप लगा सीपी केस दर्ज कराया है। मालूम हो कि दोनों दो ऋणधारकों चमेली तूरी और रंजीत चक्रवर्ती के गारंटर बने थे। जिनका लोन का पैसा नहीं जमा हुआ तो बैंक ने गारंटर के खाते राशि निकासी कर ली। अब इस मामले में नया मोड़ आया है। वरीय बैंक प्रबंधक सुरेन्द्र प्रसाद गुप्ता का कहना है कि दोनों लोन दिलाने में दलाली करते हैं। महेन्द्र पासवान व सीताराम पासवन ने बैंक को कई बार लिखित आवेदन दिया कि ऋणधारक पैसा नहीं चुकाता तो अगले महीने से अपने वेतन से पैसा कटा देंगे। फिलहाल बैंक प्रबंधन ने दलालों पर तेवर सख्त कर दिये हैं। प्रबंधक ने कहा कि दोनों आरोप लगा रहे हैं कि बिना जानकारी के पैसा काट लिया। पर उनका तो आवेदन बैंक के पास है जिसमें लिखा है कि लोन के एवज में उनके खाते से पैसा काटकर बैंक के खाते में जमा किया जाये। महेन्द्र साव तो रंजीत चक्रवर्ती का तीन बार गारंटर बना है। है। दो लोन चुकता हो गया है। तीसरी बार चक्रवर्ती ने लोन का पैसा नहीं जमा किया तो महेन्द्र साव के आवेदन के अनुसार पैसा काटा गया है। कहा कि महेन्द्र साव तो दामनी मोची, दुला बाउरी, बबन दुसाध, डीडी बैद्यकर को भी लोन दिलाकर गारंटर बना है। सीताराम पासवान भी चमेली तूरी के अलावा गुना डोम, राम हरी, वरुण कुमार महतो, सुधाकर ¨सह का गारंटर बना है। रंजीत चक्रवर्ती को बैंक द्वारा लीगल नोटिस भी भेजी गया है। कानूनी कार्रवाई की तैयारी हो रही है। मृतक चमेली तूरी का खाता एसबीआइ चिरकुंडा में था। जबकि उनके निधन के बाद उनके पुत्र महेन्द्र तूरी व सुरेन्द्र तूरी ने बिना हमारी जानकारी के बैंक आफ इंडिया में खाता खोलकर मां की ग्रेच्युटी का पैसा जमा कर सारे पैसे की निकासी की। महेन्द्र व सीताराम अपनी ड्यूटी छोड़ कर हमेशा बैंक शाखा के अंदर व बाहर दिखाई देते हैं। दलाली करते हैं। कई बार दोनों ने लोन देने के लिए मुझे धमकी भी है। जब सही कदम उठाया तो दोनों ने मेरे खिलाफ केस दायर किया है। बैंक के वरीय प्रबंधक व शाखा प्रबंधक सोमवार को चिरकुंडा थाना प्रभारी इंस्पेक्टर निरंजन तिवारी से मिले तथा साक्ष्य के रूप में सभी कागजात प्रस्तुत किये। वरीय प्रबंधक ने कहा कि बीसीसीएल के महाप्रबंधक को भी पत्र देकर वस्तुस्थिति से अवगत करायेंगे।