बंदी मजदूरों का अंतिम हथियार : नीरज
केंदुआ : आउटसोर्सिग प्रबंधन को प्रोजेक्ट में कार्यरत मजदूरों को उनके हक व अधिकार के साथ बोनस देना हो
केंदुआ : आउटसोर्सिग प्रबंधन को प्रोजेक्ट में कार्यरत मजदूरों को उनके हक व अधिकार के साथ बोनस देना होगा। मजदूरों को भी अपने हक और अधिकार के लिए एकजुट होकर लड़ने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। गोधर एरिया ग्राउंड में शनिवार को आउटसोर्सिग मजदूरों की हुई सभा को संबोधित करते हुए जमसंघ के संयुक्त महामंत्री सह पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि सिर्फ बंदी किसी समस्या का समाधान नहीं है। बंदी मजदूरों का अंतिम हथियार है, इसका उपयोग मजदूरों को अंतिम समय में करना चाहिए। कुसुंडा एरिया में संचालित पाचों आउटसोर्सिग मजदूरों के अधिकार और बोनस को लेकर सोमवार को कुसुंडा जीएम से वार्ता की जायेगी। उसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। भरोसा दिलाया कि आउटसोर्सिग मैनुअल में ऐसा नियम व कानून है कि मजदूरों का हक और अधिकार कोई खत्म नहीं कर सकता है। सभा में कुसुंडा एरिया में संचालित डेको, सदभाव, साकार, एमआरसीएल व लिब्रा आउटसोर्सिग के मजदूर उपस्थित थे। अरविंद सिंह, अजीत सिंह, श्रीराम चौरसिया, राजा यादव, राजकुमार राजभर, जयप्रकाश चौहान, श्याम प्रसाद, बिटटू सिंह, राजू साव, सुधीर राम, मानिकचंद धारी ने संबोधित किया।