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सं -- दफनाने के बाद आरोपी ने खुद लिखी थी सनहा

संसू, भीमकनाली : हत्या का आरोपी रितेश के दोस्त शुभम ने घटना के बाद परिजन व पुलिस को भरमाने की भरपूर

By Edited By: Published: Fri, 01 Jul 2016 01:01 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jul 2016 01:01 AM (IST)
सं -- दफनाने के बाद आरोपी ने खुद लिखी थी सनहा

संसू, भीमकनाली : हत्या का आरोपी रितेश के दोस्त शुभम ने घटना के बाद परिजन व पुलिस को भरमाने की भरपूर कोशिश की। पांच दिनों तक शुभम और उसके परिवार वालों ने अपने चेहरे पर शिकन तक आने नहीं दिया। रितेश के परिजनों को ये लोग मनगढ़ंत कहानी सुनाते रहे और थाने में आकर भी पुलिस से दोस्त को खोजने की गुहार लगाते रहे। शुभम की मां भी रितेश के घर जाकर उसके परिजनों को सांत्वना दे रही थी। इतना ही नहीं घटना के दूसरे दिन परिजन व पड़ोसी के साथ थाना भी गया और वहां उसने खुद ही गुमशुदगी का सनहा भी लिखा। इन लोगों की गतिविधि ऐसी थी कि कोई भी इन पर शक नहीं कर पा रहा था। लेकिन कहते हैं न कि अपराधी कितना भी चालाक हो कोई न कोई गलती कर जाता है। यही बात यहां भी साबित हुई। असल में जिस तरीके से शुभम पुलिस को बरगलाना चाहता था, उसी ने इस परिवार के गले में कानून का फंदा डाल दिया। हुआ यह था कि घटना के बाद रितेश का मोबाइल शुभम ने ले लिया था। रितेश का मोबाइल स्क्रीन टच था और उसके मोबाइल के लॉक को खोलने का तरीका शुभम को पता था, जिसका उसने भरपूर फायदा उठाने का प्रयास किया। यह बात पुलिस को उसे शक के घेरे में लेने लगी थी, क्योंकि शुभम ने शव को दफनाने के बाद उसके ही मोबाइल से उसके पिता को फोन किया था। महज 55 सेकंड वन वे बात की। गुरुवार को भी अपने कुछ दोस्तों के साथ रितेश को खोजने के बहाने धनबाद गया था। रितेश के मोबाइल में जब शुभम ने सिम डाला तब पुलिस को संदेह हुआ। पुलिस जब संपर्क साधने की कोशिश की तो जरा सी बात कर स्विच आफ कर दिया। बुधवार को भूली के पास मोबाइल को ऑन किया था। इससे परिजन रातभर परेशान थे। थाना में पुलिस को बताया था कि वे लोग कुछ दोस्तों के साथ कैरम खेल रहे थे, तभी दो युवक बाइक से आए और रितेश को साथ ले गए। वह कभी घर की ओर तो कभी हरिणा की ओर जाने की बात कह रहा था। लेकिन एक गलती और कर दी, उसने शुभम का मोबाइल फेंक दिया और फिर उसके सिम को निकाल कर अपने मोबाइल में लगा लिया। इधर पुलिस रितेश के सिम का कॉल डिटेल और टावर लोकेशन निकाल रही थी। इसी में पुलिस को शुभम व उसके परिवार पर संदेह पुख्ता हो गया। गुरुवार की दोपहर को पुलिस शुभम व उसके परिवार के सारे लोगों को उठा कर ले आई। इन सभी से बारी-बारी अकेले में पूछताछ की गई। इसी क्रम में ये लोग टूट गए, इसके बाद इन लोगों ने स्वीकारा कि उसे घर के ही आंगन में दफन किया गया है।


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