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उपमेयर एकलव्य पर एक और प्राथमिकी

जासं, धनबाद : कांग्रेस नेता सुरेश सिंह हत्याकांड के चश्मदीद गवाह देवेन्द्र सिंह और उपमेयर एकलव्य सिं

By Edited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 01:10 AM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2015 01:10 AM (IST)
उपमेयर एकलव्य पर एक और प्राथमिकी

जासं, धनबाद : कांग्रेस नेता सुरेश सिंह हत्याकांड के चश्मदीद गवाह देवेन्द्र सिंह और उपमेयर एकलव्य सिंह के बीच थाने में गाली गलौज व एक दूसरे को धमकाने के मामले में पुलिस ने उपमेयर के खिलाफ अंतत: एक और एफआइआर दर्ज कर ली है। उनपर व उनके कुछ सहयोगियों के खिलाफ धारा 353, 504, 506 के तहत सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, गाली गलौज करने व धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मुख्यालय के एक आला अधिकारी के आदेश पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है।

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इससे पहले पुलिस ने उपमेयर के खिलाफ देवेंद्र के बंधपत्र के आधार पर गाली गलौज की प्राथमिकी दर्ज की थी। मालूम हो कि सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का मामला बाघमारा विधायक ढुलू महतो पर भी दर्ज किया गया था जिसमें काफी दिनों तक उन्हें जमानत नहीं मिली थी।

सूत्रों ने बताया कि सोमवार को पुलिस मुख्यालय के एक आला अधिकारी के निर्देश पर सदर इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह की गर्दन फंसने लगी थी तभी देवेंद्र सिंह के मामले में इंस्पेक्टर के बयान पर एकलव्य सिंह व उसके सहयोगियों पर मुकदमा दर्ज किया गया। बताते हैं कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर स्पेशल ब्रांच ने पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी है।

अहम बात यह है जिला पुलिस को अपनी गलती का एहसास देर से होता है। यह राजगंज में एएसआइ के साथ मारपीट मामले में थानेदार संतोष रजक के निलंबन का मामला हो या फिर उपमेयर व देवेंद्र सिंह के बीच थाने में जान से मारने की धमकी का देने का।

दोनों मामले में पुलिस को अपनी गलती का एहसास वरीय अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद हुआ। डीआइजी के हस्तक्षेप से राजगंज थानेदार को निलंबित किया गया है।


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