डीवीसी परियोजना बेचने का जोरदार विरोध
मैथन : डीवीसी को आर्थिक संकट से उबारने को लेकर आल वैली के अधिकारी, कर्मचारी एवं सभी श्रमिक संगठनों क
मैथन : डीवीसी को आर्थिक संकट से उबारने को लेकर आल वैली के अधिकारी, कर्मचारी एवं सभी श्रमिक संगठनों के सदस्य एक मंच पर आ गए है। किसी भी हाल में डीवीसी की किसी भी परियोजना को बिकने नहीं देंगे। अगर डीवीसी किसी भी परियोजना को बेचने का प्रयास करती है तो उसका एसोसिएशन जम कर विरोध करेगी। उक्त बातें डीवीसी आफिसर्स फोरम के महासचिव संजय कुमार सिंह ने रविवार को मैथन क्लब में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहीं। सिंह ने कहा कि वर्तमान में डीवीसी के वित्तीय संकट के निराकरण के लिए जो कदम प्रबंधन द्वारा उठाया जा रहा है, इससे एसोसिएशन चिंतित है। वार्ता के पूर्व डीवीसी के विभिन्न मजदूर संगठनों एवं पदाधिकारी संघ के विभिन्न परियोजना के प्रतिनिधियों की बैठक हुई। इसमें डीवीसी की वर्तमान वित्तीय स्थिति में सुधार लाने, डीवीसी के अंडाल, कोडरमा, एवं अंडाल परियोजना को बचाने को लेकर झारखंड सरकार से 8 हजार करोड़ से अधिक बिजली बिल की वापसी एवं नई परियोजना को शुरु कराने आदि पर चर्चा की की गई। बैठक में डीवीसी इंजीनियर्स एसोसिएशन के पीपी साहा, डीवीसी मेडिकल एसोसिएशन के डा. एन मित्रा, डीवीसी कामगार संघ के अर्जुन सिंह, राजदेव सिंह, भगवान रवानी, डीवीसी भारतीय मजदूर संघ के बीडी पांडे, झारखंड मजदूर संघ के विनोद प्रसाद, डीवीसी स्टाफ एसोसिएशन के आरएस पांडे आदि मौजूद थे।
अधिकारी संघ व यूनियन में नोकझोंक
इनसेट : एक ओर डीवीसी को बचाने को लेकर जहां अधिकारी कर्मचारी एवं यूनियन के प्रतिनिधियों की बैठक की। लेकिन बैठक में डीवीसी को बचाने के क्रम में कामगार संघ के अर्जुन सिंह ने डीवीसी की आर्थिक बदहाली के लिए अधिकारियों को दोषी ठहराया। जिसको लेकर अधिकारी संघ एवं यूनियन के प्रतिनिधियों के बीच काफी नोंक झोंक हुई। बैठक में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी चला। बाद में अन्य प्रतिनिधियों ने एक दूसरे को आपस में समझा बुझाकर मामला को शांत किया।