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झरिया-सिंदरी मार्ग पर बना गोफ, हड़कंप

झरिया/लोदना : बनियाहीर में झरिया सिंदरी मार्ग के किनारे की ओर बुधवार को करीब तीन फीट का गोफ बनने से

By Edited By: Published: Thu, 20 Nov 2014 01:03 AM (IST)Updated: Thu, 20 Nov 2014 01:03 AM (IST)
झरिया-सिंदरी मार्ग पर बना गोफ, हड़कंप

झरिया/लोदना : बनियाहीर में झरिया सिंदरी मार्ग के किनारे की ओर बुधवार को करीब तीन फीट का गोफ बनने से इलाके में हड़कंप मच गया है। इस गोफ से गैस रिसाव भी हो रहा है। जहां गोफ हुआ वहां से माडा की पाइप लाइन भी जा रही है। यदि समय रहते भराई का काम नहीं हुआ तो बड़े हादसे की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। अंगारपथरा में हुई भीषण घटना से भी बीसीसीएल प्रबंधन सबक नहीं ले रहा है।

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बुधवार को अचानक तेज आवाज के साथ गोफ हुआ। यह इलाका वर्षों से आग से प्रभावित है। लोगों ने लोदना क्षेत्र प्रबंधन को सूचना दी। लोदना कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी राजेश निगम पहुंचे। उनका कहना था कि यह हमारा नहीं बल्कि शिमलाबहाल कोलियरी का इलाका है। भराई वहां का ही प्रबंधन करायेगा। जानकारी पाकर कांग्रेस प्रत्याशी नीरज सिंह के भाई गुड्डू सिंह पहुंचे व शिमलाबहाल कोलियरी प्रबंधन को दूरभाष पर सूचना दी। बावजूद शाम तक कोई भी अधिकारी नहीं आया न ही भराई शुरू हुई। क्षेत्र के रहने वाले अर्जुन विश्वकर्मा, शकील शाह, पवन पासवान, राजन, मुखराज शर्मा, राहुल चौहान का कहना है कि बोर होल कर बालू भराई कर इलाके को सुरक्षित किया जाये। लोदना क्षेत्र प्रबंधन को पहले भी शिकायत की जा चुकी है बावजूद ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

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दहक रही भूमिगत आग, जमीन अंदर से खोखली

झरिया/लोदना : करोड़ों की लागत से बैंक मोड़ से हनुमान गढ़ी तक सड़क दो वर्ष पहले बनी थी। सड़क बनने से पूर्व कई बार सड़क पर भी गोफ होने की घटना होती रही थी। तब ठेकेदार ने सड़क निर्माण से पहले बालू भराई के बाद गिट्टी डलवाई थी। उसके बाद से सड़क के बीच में गोफ नहीं हुआ। पर किनारे की ओर गोफ होने से इस बात को बल मिलता है कि जमीन अंदर से खोखली है। गोफ से निकल रही वाष्प व गैस से पता चलता है कि यहां भूमिगत आग भी दहक रही है। ऐसे में प्रबंधन की लापरवाही कभी भी अनहोनी को आमंत्रण दे सकती है। इस सड़क के किनारे बस्ती है। इसमें चार हजार लोग रहते हैं। जिनके घरों पर खतरा मंडरा रहा है। जानकार कहते हैं कि पूर्व में यहां से कोयला निकासी के बाद बालू भराई ठीक से नहीं हुई। जिसका यह असर दिख रहा है।

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जलापूर्ति पाइप लाइन को भी खतरा

जहां गोफ हुई वहीं से माडा की पाइप लाइन भी गुजर रही है। यदि गोफ का दायरा बढ़ा तो माडा का पाइप लाइन भी दरक सकता है। इस पाइप लाइन से झरिया के लोगों को पानी मिलता है। साथ ही सड़क भी खतरे में पड़ेगी। यानी पानी के साथ परिवहन मार्ग को भी खतरा गोफ ने पैदा किया है।

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.. और वे एक दूसरे के पाले में फेंक रहे गेंद

एक ओर लोदना कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी यह कहकर चल दिये कि हमारा तो इलाका ही नहीं है। शिमला बहाल प्रबंधन यहां भराई करे। दूसरी ओर शिमला बहाल परियोजना पदाधिकारी डीके मिश्रा से बात की गई तो उनका कहना था कि बनियाहीर के जिस इलाके में गोफ होने की बात हो रही है वह हमारा क्षेत्र नहीं है। गेंद को एक दूसरे के पाले में फेंक रहे अधिकारी यह भी नहीं सोच रहे कि यदि हादसा हो गया तो जिम्मेवारी किसकी होगी। आला अधिकारियों को भी इस मसले पर गंभीर हो तत्काल कदम उठाने होंगे।


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