चालक का शव पहुंचते ही मचा कोहराम
जामाडोबा (धनबाद) : जोड़ापोखर थाने के पीछे सुंदरनगर में अपनी ससुराल में रहने वाले रंजीत यादव का शव निरसा के रामकनाली से पुलिस ने बरामद किया है। उसकी गला रेतकर हत्या की गई है। रंजीत लोदना निवासी शफीक की सूमो गाड़ी का चालक था। वह भाड़ा लेकर चिरकुंडा जाने की बात कह निकला था। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद शव सुंदर नगर पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजन रो रोकर बेहाल थे।
पत्नी पिंकी देवी ने बताया कि दो वर्ष पूर्व उसकी शादी रंजीत से हुई थी। गुरुवार की शाम रंजीत सूमो लेकर घर आये और बोले कि चिरकुंडा जाना है। सूमो में चार लोग बैठे थे। गाड़ी मालिक ने जब घर आकर पति के बारे में पूछताछ की तो मामले की जानकारी मिली।
एक पखवारा पहले शुरू किया था काम : रंजीत ने शफीक के यहां वाहन चलाने का काम एक पखवारा पहले ही शुरू किया था। शफीक का कहना है कि रंजीत उसके पास गुरुवार की रात करीब आठ बजे आया था। तब कहा था कि शालीमार की एक पार्टी को लेकर बराकर जाना है। हमने उसे गाड़ी दे दी। उसके बाद से वह नहीं लौटा। माना जा रहा है कि गाड़ी को भी अपराधी हत्या को अंजाम देने के बाद लेकर भाग गये।
मोबाइल से राज खुलने की उम्मीद : रंजीत ने गाड़ी कैसे बुक की। क्या उसे मोबाइल पर फोन कर गाड़ी बुक की गई। रंजीत जाने से पहले किन किन लोगों से मिला। कई ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब मिलने पर रंजीत के हत्यारों का सुराग लगेगा। रंजीत का मोबाइल बंद है। वह बरामद भी नहीं हुआ है। कहा जा रहा है कि हत्यारों ने शिनाख्त न होने देने के लिये ही रंजीत के पास मौजूद सभी सामग्री भी निकाल ली थी। लोगों का कहना है कि गुरुवार को रंजीत के मोबाइल पर आई काल डिटेल पुलिस खंगाले।