अदालतों में 4.4 करोड़ केस लंबित
जागरण संवाददाता, धनबाद : रोटरी क्लब ऑफ धनबाद की ओर से रविवार को धनबाद क्लब में 'फोरम फॉर फास्ट जस्टिस' विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता कोलकाता के प्रवीण पटेल ने कहा कि देर से मिला न्याय अन्याय है। सन 1956 में भारत में 22 लाख केस लंबित थे जो 2012 तक 3.4 करोड़ हो गये। वहीं 2013 में लंबित मामलों की सूची 4.4 करोड़ पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर रफ्तार यही रही तो 2040 तक लंबित केसों की संख्या 15 करोड़ पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि न्याय सभी भारतीयों का जन्मसिद्ध अधिकार है। पटेल ने कहा कि पूर्व प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति भगवती ने सात मई 1976 में कहा था कि लोग न्याय पाने के लिए 25 वर्षो की लंबी अवधि तक इंतजार नहीं कर सकते है। सहनशक्ति की भी एक सीमा होती है।
बताते चलें कि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित प्रवीण पटेल ने जुडिशियल रिफार्म पर कई पुस्तकें लिखी है। उड़ीसा में नकली दवा प्रकरण का खुलासा उन्होंने ने ही किया था। इस अवसर पर रोटरी के अध्यक्ष राजेश परकरिया ने भी विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को सफल बनाने में राजन गन्दोत्रा सहित क्लब के अन्य सदस्यों का विशेष योगदान रहा।