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हादसे के बाद भी निरसा में बेरोकटोक अवैध खनन

By Edited By: Published: Fri, 22 Aug 2014 09:48 PM (IST)Updated: Fri, 22 Aug 2014 09:48 PM (IST)
हादसे के बाद भी निरसा में बेरोकटोक अवैध खनन

निरसा : निरसा थाना क्षेत्र के फटका कोलियरी के जीरो सीम बंद खदान में गुरुवार को अवैध उत्खनन के दौरान हुए धंसान के बाद उक्त क्षेत्र में अवैध कोयला उत्खनन का कार्य तत्काल बंद है। वही अवैध कोयला संचालक भी क्षेत्र से फरार है। लेकिन अभी भी निरसा के अन्य क्षेत्रों में अवैध कोयला का कारोबार धड़ल्ले से जारी है। निरसा के हरियाजाम कोलियरी, चापापुर कोलियरी, बैजना कोलियरी, गोपीनाथपुर कोलियरी, लखीमाता कोलियरी के बंद खदानों में कोयले का अवैध उत्खनन आज भी बदस्तूर जारी है। अभी भी कोयला तस्कर अवैध कोयला साइकिल, टेंपो, पीकअप वैन व ट्रैक्टर से अवैध उत्खनन स्थल से कोयला क्षेत्र के विभिन्न भठ्ठा में पहुंचाया जा रहा है। कहने को तो ईसीएल प्रबंधन उपरोक्त कोलियरियों के अवैध मुंहानों की भराई करवाई है। परन्तु वास्तविकता यह है कि मुंहाने की भराई केवल औपचारिकता भर की गई है। अवैध उत्खनन स्थलों के भराई के नाम पर ईसीएल के अधिकारी व कतिपय ठेकेदार तो लाल हो चुके है। कोयला तस्कर रात के समय खदानों से कोयला अवैध उत्खनन कर रात के तीन बजे के बाद अवैध कोयलों को विभिन्न वाहनों से भठ्ठा में व नदी घाटों में नाव के द्वारा दूसरे जिलों में भेज देते है। निरसा जामताड़ा रोड व रामकानाली बेनागोड़िया रोड पर सुबह यह नजारा देखा जा सकता है। अवैध कोयला ढुलाई करने वालों ने अब नया तरीका निकाली है। वे अब साइकिल छोड़ मोटरसाइकिल व स्कूटरों पर अवैध कोयला के बोरियों को लाद कर ले जाते है। इससे उनके समय में भी बचत होती है तथा एक दिन में वे लोग कई ट्रिप कोयला की ढुलाई कर लेते है। जिस रास्ते से कोयला की ढुलाई होती है उक्त रास्ते पर सुबह सुबह पुलिस के जवान खड़े होकर उनसे अपना नजराना वसूलते है।


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