जान की कीमत पर भी अधूरी रही मां कहलाने की चाहत
जागरण संवाददाता, धनबाद : जान की कीमत पर भी गया के एक व्यापारी की पत्नी मां कहलाने का सुख नहीं पा सकी। शहर के हाजरा क्लिनिक में इलाज के दौरान सोमवार को महिला की मौत हो गई। परिजनों ने इसके विरोध में हंगामा करते हुए बैंक मोड़ थाने में लिखित शिकायत भी की पर बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया।
यह है मामला : गया के मुरारपुर रोड में रहनेवाले व्यवसायी नवीन गुप्ता की पत्नी सरिता देवी विवाह के बाद से ही मां नहीं बन पा रही थी। दंपत्तिने इसके कारण एक बच्चा गोद भी लिया था लेकिन सरिता देवी इसके बावजूद अपनी सूनी गोद भरने के लिए चिकित्सकीय जांच का सहारा ले रही थी। करीब आठ वर्ष से वह विभिन्न डॉक्टरों से चिकित्सा करा रही थी। कुछ दिनों से वह हाजरा क्लिनिक में इलाज करा रही थी। सोमवार को भी वह पति के साथ धनबाद आई थी और क्लिनिक में चिकित्सा कराने गई थी। चिकित्सा के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने इसको लेकर क्लिनिक में हंगामा शुरू कर शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप था कि लापरवाही से महिला की जान गई। सूचना पाकर बैंक मोड़ पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। परिजनों ने बैंक मोड़ थाने में लिखित शिकायत भी की लेकिन बाद में दोनों पक्षों में समझौता होने पर शिकायत वापस ले ली गई। इधर क्लिनिक प्रबंधन ने सरिता देवी के इलाज में चिकित्सकीय लापरवाही की बात से इंकार किया है। बताया गया कि महिला मेंडलसोरिस सिंड्रोम की शिकार हो गई थी। उसे अचानक उल्टी हुई और स्वास नली में इसके जाने के कारण उसकी जान चली गई। क्लिनिक में हर मरीज का परिवार के समान ख्याल रखा जाता है।