देश को टॉफी नहीं ट्रॉफी विजेता चाहिए : मोदी
जागरण संवाददाता, धनबाद : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को धनबाद के करकेंद नेहरू मैदान में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी, संजय बारू के बहाने यूपीए सरकार व केंद्रीय मंत्री जयराम नरेश पर जमकर तंज कसे व चुटकियां ली। उन्होंने कहा कि वे देश के विकास पर बहस करना चाहते हैं, मगर किससे करें। प्रधानमंत्री पद के लिए कांग्रेस के अघोषित प्रत्याशी शहजादे राहुल गांधी अब भी बच्चे जैसा व्यवहार करते हैं। उनका बालमन उनकी भाषा में झलकता है। पहले वे 'गुब्बारा..गुब्बारा' कहते थे। जैसे बच्चों का एक खिलौने से मन भर जाता है, उसी तरह 'शहजादे' का गुब्बारे से मन भर गया तो अब पिछले दो दिन से 'टॉफी..टॉफी' कहने लगे हैं। इस देश को टॉफी नहीं 'ट्रॉफी विजेता' चाहिए। गुजरात के जिस विकास मॉडल को वे टॉफी मॉडल कहते हैं, उसी को मां-बेटे की इस यूपीए सरकार की रिपोर्ट के अनुसार तीन सौ से अधिक ट्रॉफी मिली है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ट्रॉफी विजेता को ही चुनें, जो देश को विकास के रास्ते पर मजबूती से ले जाए।
मोदी ने संजय बारू की किताब में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की हताशा का उल्लेख करते हुए कहा कि अब उन्हें अफसोस हो रहा है कि वे पीएम के प्रति व्यर्थ ही कठोर शब्द का इस्तेमाल कर रहे थे। किताब के अनुसार मनमोहन के हाथ में कुछ था ही नहीं, सब कुछ तो मां-बेटे के पास था।
इसी तरह मंत्री जयराम नरेश की उनकी उस चिट्ठी के बहाने जमकर खिंचाई की, जिसमें उन्होंने भारत को गंदगी का नोबल पुरस्कार देने की बात विदेश में कहने से साफ इन्कार किया है। मोदी ने कहा कि वे 'गूगल गुरु' से पूछें। उन्होंने पता चल जाएगा कि 20 नवंबर 2009 व 14 नवंबर 2011 को उन्होंने भारत को गंदा-मैला देश कहा था। मोदी ने कहा कि भाजपा का लक्ष्य है कि पांच साल बाद बापू की 150 वीं जयंती पर भारत सफाई में अव्वल देश बने।
नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में युवा वोटरों पर विशेष रूप से फोकस किया। उन्होंने कहा कि 18 से 28 की उम्र का कॅरियर में विशेष महत्व होता है। इसलिए वे अगले पांच साल के लिए ऐसी सरकार चुनें जो उनके रोजगार व विकास की दिशा में कारगर कदम उठाए। उन्होंने झारखंड से पूरे 14 तथा देश से 300 कमल खिलाने का आह्वान किया ताकि दिल्ली में भाजपा अपने बूते मजबूत सरकार बना सके। उन्होंने धनबाद से भाजपा प्रत्याशी पीएन सिंह व गिरिडीह से रवींद्र पांडेय को जिताने की अपील की।
इनसेट ---- धनबाद की नब्ज पर रखा हाथ
मोदी ने धनबाद के लोगों की नब्ज पर हाथ रखते हुए आइएसएम को आइआइटी का अब तक दर्जा नहीं मिलने पर यूपीए सरकार की जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि ऐसा हो जाता है तो धनबाद का यह आइएसएम विश्वविख्यात हो जाता। बोले, धनबाद में कोयले का प्रचुर भंडार है फिर भी पूरे देश में अंधेरा है। यदि नीति ठीक होती तो धनबाद न केवल ऊर्जा का केंद्र होता बल्कि 'धन से आबाद' रहता। मगर दिल्ली में बैठे लोगों ने धनबाद को 'धन से ही बाद' कर दिया। मोदी ने धनबाद की कोयला खदानों में लगी आग की चर्चा करते हुए कहा कि पचास साल से आग लगी हुई। विज्ञान एवं तकनीक कहां से कहां पहुंच चुकी है, मगर दिल्ली सरकार ने इस आग को बुझाने की कोशिश नहीं की।
इस मौके पर धनबाद के भाजपा प्रत्याशी पीएन सिंह, गिरिडीह के भाजपा प्रत्याशी रवींद्र कुमार पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रवींद्र राय, प्रदेश उपाध्यक्ष विरंची नारायण, पूर्व सांसद प्रो. रीता वर्मा, झरिया की विधायक कुंती सिंह, पूर्व विधायक लक्ष्मण स्वर्णकार, जिला अध्यक्ष हरि प्रकाश लाटा, पूर्व जिला अध्यक्ष राज सिन्हा, सत्येंद्र कुमार, प्रदेश भाजपा के प्रशिक्षण प्रमुख गणेश मिश्र आदि मंचासीन थे।