बासुकीनाथ में गठबंधन से दांपत्य जीवन होता है खुशहाल
फौजदारी बाबा बासुकीनाथ के दरबार में गठबंधन कराने से विवाह में आने वाली सभी अड़चनें भी दूर हो जाती है।
संवाद सहयोगी, बासुकीनाथ। फौजदारी बाबा बासुकीनाथ की महिमा अपरंपार है। वह अपने भक्तों के सभी कष्टों को दूर करते हैं। भक्त की पुकार सच्चे मन से होनी चाहिए। ऐसी मान्यता है कि फौजदारी बाबा बासुकीनाथ के दरबार में भोलेनाथ व माता पार्वती का गठबंधन कराने से विवाह में आने वाली सभी अड़चनें भी दूर हो जाती है। वैवाहिक जीवन सुखमय होने के साथ अटूट होता है। सच्चे मन से गठबंधन कराने वाले विवाह योग्य युवक-युवतियों को मनोवांछित वर व वधू की प्राप्ति होती है।
आसनसोल से आई पूजा वर्णवाल, बोकारो के शिवलाल चौधरी, कटिहार से आई सुनंदा पाठक की मानें तो उसकी पुत्री के लिए कई जगहों से रिश्ते बनते-बनते बिगड़ जाती थी। उन्होंने अपनी व्यथा बासुकीनाथ में आकर पंडाजी को सुनाई। पंडाजी ने उन्हें गठबंधन कराने की सलाह दी। गठबंधन कराकर घर लौटते ही महज महीने भर के अंदर पुत्री की शादी तय हो गई। यही बात मुजफ्फरपुर निवासी उमाकांत प्रसाद, पटना निवासी अनिल बजाज, राधेश्याम खंडेलवाल, धनबाद हीरापुर के कालानंद पांडेय, कोडरमा के महावीर रवानी, सिमडेगा निवासी सुबोध प्रसाद ने बताई।
श्रद्धालु भीम सिंह एवं प्रियंका सिंह बताते हैं कि विवाह के बाद कुछ दिनों तक आपसी संबंध काफी मधुर रहे, लेकिन बाद में मामूली झगड़े की वजह से बात तलाक तक जा पहुंची। एक संबंधी की सलाह पर उन्होंने यहां आकर गठबंधन कराया। आज दोनों पति पत्नी सुखमय वैवाहिक जीवन व्यतीत कर रहे हैं। यही बात कई अन्य जोड़ों ने भी बताई।
यू तो बासुकीनाथ में सालभर भक्त मनौती के अनुसार शिव पार्वती का गठबंधन कराते हैं। लेकिन श्रवण मास के विशिष्ट तिथि और महाशिवरात्रि को यहां इस अनुष्ठान के लिए हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ती है। शिव पार्वती आदर्श दंपती के उदाहरण हैं। भोलेनाथ अपने भक्तों का भी दांपत्य जीवन खुशियों से भर देते हैं। यहां फौजदारी दरबार में गठबंधन को बाबन गज भी कहा जाता है, कहा जाता कि जैसे जैसे इस दरबार में पताका फहरता है वैसे ही शनै शनै जीवन में भी मधुरता आती है।
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