मंदिर के जीर्णोद्धार के दौरान तीन सोने का घड़ा व पंचशूल मिला
सारठ (देवघर) : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत 22 गांवों की कुल देवी तालझारी दुर्गा मंदिर में शनिवार को लगभग
सारठ (देवघर) : प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत 22 गांवों की कुल देवी तालझारी दुर्गा मंदिर में शनिवार को लगभग चार करोड़ की लागत वाला का तीन सोने का घड़ा व पंचशूल मिलने से श्रद्धालुओं में अपार खुशी देखी जा रही है। ग्रामीणों के अनुसार घड़ा व पंचशूल का वजन लगभग 12 से 15 किलो तक है।
सूचना मिलते ही करमा, नकटी, महापुर, तिलैया, नगरा, डमाकुंडी, मनीगढ़ी, डांगा, तलझारी समेत अन्य गांव के लोग जमा हो गए। सुरक्षा की खातिर तत्काल उक्त घड़ा व पंचशूल को मंदिर के ऊपर ही लगा दिया गया है। ग्रामीण प्रदीप ¨सह, कारू ¨सह, अजय ¨सह, मोहन ¨सह, जटू ¨सह, विवेक ¨सह, शेखर ¨सह, नवल ¨सह, सुबोध ¨सह आदि ने बताया कि 22 गांवों के लोग कुलदेवी तालझारी दुर्गा मंदिर का जिर्णोद्धार लगभग दो करोड़ की लागत से कर रहे हैं। ग्रामीणों ने आपस में विचार विमर्श किया कि जब पूरा मंदिर नये तरीके से बनाया जा रहा है तो मंदिर में लगे पीतल के तीनों घड़ों को भी बदल दिया जाए। इसको लेकर कोलकाता से तीन नए पीतल के घड़े मंगाए गए। शनिवार को मंदिर निर्माण में लगे कारीगरों ने मंदिर के ऊपर से घड़े को उतारा। घड़े में लगे पंचशूल को निकालने के लिए हथौड़ा व छेनी का प्रयोग करना पड़ा। उसी वक्त मंदिर के सामने पान दुकानदार का सात साल का बच्चा जो प्रतिदिन मंदिर में पानी देता है, उसने कहा कि कुकराहा दुर्गा मंदिर निर्माण में एक सोने का घड़ा मिला था। लेकिन, माता रानी क्या यहां एक भी घड़ा नहीं मिलेगा। इसी बीच पंचशूल को निकालने के क्रम में उसपर चमक देखकर कारीगरों ने बताया कि पंचशूल सोने का है। जब तीनों घड़ों को साफ किया जाने लगा तो चमक देखकर उसकी जांच कराने पर पता चला की तीनों घड़ा व पंचशूल 24 कैरेट सोने का है। यह बात पूरे गांव घर में आग की तरह फैल गई। काफी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। सभी लोग इसे मां दुर्गा माता का चमत्कार बताकर जयकारा लगाने लगे।