हत्या-लूट मामले के तीन आरोपियों को जेल
सारठ (देवघर) : ग्रामीणों की तत्परता से हत्या व लूट मामले के तीन अपराधी बाबा परिहस्त, अंकित साव एवं ज
सारठ (देवघर) : ग्रामीणों की तत्परता से हत्या व लूट मामले के तीन अपराधी बाबा परिहस्त, अंकित साव एवं जीतेंद्र सिंह को सारठ पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तीनों देवघर नगर थाना क्षेत्र के हैं। वहीं मधुपुर का दो अपराधी संजय यादव एवं नुनू यादव पिस्टल व लूटा हुआ 12 हजार लेकर भागने में सफल रहा। पांचों के विरूद्ध धारा 395 व 412 के तहत सारठ थाना में मामला दर्ज है।
मालूम हो कि थाना क्षेत्र के धोबनियां गांव के राजेश शाही सिमरा मोड़ स्थित सेंट्रल बैंक से 12 हजार निकासी कर सोमवार शाम अपनी मोटर साइकिल से घर जा रहे थे। मंदरिया मोड़ के पास पांच लोग पहले से खड़े थे। इनलोगों ने गाड़ी रोक दी तथा चाकू का भय दिखाकर पैकेट से 12 हजार छीन लिया तथा पिस्टल दिखाते हुए कहा कि विरोध करोगे तो गोली मार दूंगा। अपराधी मोटरसाइकिल छीन कर भागने लगा। इसकी सूचना राजेश ने मोबाइल पर चोरमारा गांव के ग्रामीणों को दी। ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए चोरमारा पूल के पास तीनों अपराधी को मोटरसाइकिल के साथ धर दबोचा। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सारठ पुलिस मौके पर पहुंचकर तीनों आरोपियों को साथ ले आयी। मोटरसाइकिल जब्त कर ली गई है।
मंगलवार को एसडीपीओ अशोक कुमार सिंह व पुलिस निरीक्षक बीके सिंह की उपस्थिति में अपराधियों से पूछताछ की तो कई कांडों में शामिल होने की बात स्वीकारी।
पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि आरोपी बाबा परिहस्त कई हत्या-लूट मामले में जेल जा चुका है। पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि कॉलेज लाइफ में राजकुमार हत्या मामले में नगर थाना से वर्ष 2011 में जेल गये थे। इसमें नौ माह जेल में रहे थे। इस दौरान जेल में वर्चस्व को लेकर जेल में बंद सबीर के साथ मारपीट किया था। वहीं वर्ष 2013 में रघुनाथ मंडल हत्या कांड में नगर थाना से जेल गये और 11 माह जेल में बंद रहे। 2014 में चंदन मठपति की हत्या मामले में नगर थाना के कांड संख्या 287/14 में जेल गये और एक वर्ष तक जेल में रहे। वहीं वर्ष 2015 में मधुपुर में आर्म्स के साथ डकैती की योजना बनाते हुए पकड़े गए थे। जिसमें जेल में बंद थे। पिछले शुक्रवार को ही जेल से निकले हैं। अन्य आरोपी अपराध में शामिल होकर घटना को अंजाम देते हैं। जिसमें इन लोगों के अलावा देवघर के मोनू मिश्र का नाम बताया गया है।
सीएसपी लूटने की थी योजना
पुलिस पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि संजय यादव व नुनू यादव ने उनलोगों को राजेश शाही के धोबनिया गांव स्थित कस्टमर सर्विस प्वाइंट (सीएसपी) लूटने की योजना बनाई थी। सभी मधुपुर से निकले तथा पथरोल के पहले एक लाइन होटल में मुर्गा व शराब का सेवन किया। वहां से निकलने के बाद पता चला कि राजेश सिमरामोड़ बैंक चला गया है। तब बैंक से लौटने के क्रम में रास्ते में उनसे लूटपाट की गई। लेकिन भागने के क्रम में एक मोटरसाइकिल में पेट्रोल खत्म हो जाने के कारण देर हो गई और ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गये। इस संबंध में एसडीपीओ अशोक सिंह ने कहा कि सारी जानकारी उच्चाधिकारियों को दिया गया है। पुलिस अभी कई बिन्दुओं पर काम कर रही है।