पारा शिक्षकों ने प्रधानाध्यापक के खिलाफ मोर्चा खोला
करौं (देवघर) : प्रखंड के मध्य विद्यालय सिरसा में कार्यरत सभी पारा शिक्षकों ने प्रभारी प्रधानाध्यापक
करौं (देवघर) : प्रखंड के मध्य विद्यालय सिरसा में कार्यरत सभी पारा शिक्षकों ने प्रभारी प्रधानाध्यापक सह सचिव रामजीवन तिवारी पर गाली-गलौज, मानसिक प्रताड़ना व मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है। संबंध में उपायुक्त समेत क्षेत्रीय उपशिक्षा निदेशक, सचिव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की गई है।
अशोक भोक्ता, सुबोध कुमार झा, दिलीप कुमार मेहरा, रमेश प्रसाद भोक्ता, अशोक कुमार भोक्ता, विश्वास भोक्ता एवं सुचित महरा के हस्ताक्षरित आवेदन में जिक्र है कि सभी पारा शिक्षक वैध तरीके से नियुक्त होकर विद्यालय में कार्यरत हैं, लेकिन प्रभारी प्रधानाध्यापक हमेशा विद्यालय में मनमानी करते रहते हैं। सभी पारा शिक्षकों के साथ अभद्र व्यवहार, गाली-गलौज किया जाता है साथ ही नियम विरुद्ध कार्य करने के लिए लगातार प्रताड़ित एवं मानसिक शोषण किया जाता है। जिससे विद्यालय में अराजक स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। विद्यालय में पठन-पाठन की व्यवस्था बिलकुल ही समाप्त हो गई है। प्रधानाध्यापक कभी भी बच्चों को नहीं पढ़ाते हैं। कार्यालय में बैठकर समय गुजार देते हैं। सिर्फ पारा शिक्षकों पर प्राथमिक शिक्षा की जिम्मेदारी है। इनका व्यवहार पारा शिक्षकों के प्रति बंधुआ मजदूरी करानेवालों जैसी रहती है। इससे सभी शिक्षक अपने को प्रताड़ित, मानसिक रूप से शोषित के साथ ही मान-सम्मान पर आघात महसूस करते हैं। सभी पारा शिक्षकों ने उचित जांच करके कार्रवाई की मांग की है।
वर्जन
पारा शिक्षकों के आरोप मनगढ़ंत व बेबुनियाद हैं। जानबूझकर दबाव बनाने के मकसद से आरोप लगाया गया है। बच्चों के भविष्य से किसी तरह का खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा।
रामजीवन तिवारी, प्रभारी प्रधानाध्यापक
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पारा शिक्षकों का आरोप कुछ हद तक सही है। मामले के बारे में क्षेत्रीय प्रसार पदाधिकारी के संज्ञान में लाया जाएगा। इसकी विस्तृत जांच किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारी को लिखा जाएगा।
देवेंद्र राय, बीईईओ