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रानीडीह के हेठला बांध तालाब का बदलेगा कल

करौं (देवघर) : भारत में नदियों को मोक्षदायिनी, पापनाशिनी व जीवनदायिनी का दर्जा दिया गया है। सतत बह र

By Edited By: Published: Thu, 26 May 2016 01:08 AM (IST)Updated: Thu, 26 May 2016 01:08 AM (IST)
रानीडीह के हेठला बांध तालाब का बदलेगा कल

करौं (देवघर) : भारत में नदियों को मोक्षदायिनी, पापनाशिनी व जीवनदायिनी का दर्जा दिया गया है। सतत बह रहीं नदियां मानव सभ्यता के विकास की मूक गवाह भी बनी हुई हैं। वहीं तालाबों का भी अपना महत्व है। विभिन्न अनुष्ठान में तालाबों का इस्तेमाल होता है, लेकिन इनकी बदरंग होती तस्वीर में रंग भरने की फुर्सत किसी को नहीं है।

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कृषि प्रधान करौं में अधिकांश लोग खेती से जीवनयापन करते हैं। पूरी तरह मानसून के सहारे आश्रित खेती अच्छी बारिश पर टिकी हुई है। कहने को तो सिंचाई के वैकल्पिक उपाय के लिए प्रखंड में कई तालाब हैं, लेकिन इससे भी किसानों को फायदा नहीं मिल पाता है। कारण कि गर्मी में अधिकांश तालाब सूख जाते हैं। घट रहे जलस्तर व सिमट रहे तालाबों के अस्तित्व के संरक्षण के लिए दैनिक जागरण ने राष्ट्रीय अभियान 'तलाश तालाबों की' शुरू किया। कदम-कदम पर अभियान को मिल रही सराहना व लोगों का समर्थन इस बात का गवाह है कि लोग अब तालाब के संरक्षण के लिए तैयार हो चुके हैं। इसी कड़ी में दैनिक जागरण ने प्रखंड के रानीडीह गांव स्थित हेठला बांध तालाब को गोद लेकर 'सुरक्षित जल, सुरक्षित कल' के कथन को हकीकत में तब्दील करना शुरू भी कर दिया है।

दो सौ एकड़ में सिंचाई की सुविधा

इंदु सिंह, उत्तम सिंह, दिलीप सिंह, मंजय सिंह, गुड्डू सिंह, नवल किशोर सिंह आदि ने बताया कि तालाब पांच एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। पिछले पांच दशकों से तालाब का जीर्णोद्धार नहीं हुआ है। जिस कारण गर्मी के दिनों में यह सूख जाता है। जब तालाब में पानी रहता है तो मत्स्य पालन के साथ-साथ करीब दो सौ एकड़ भूमि की सिंचाई होती है। तालाब का जीर्णोद्धार करा दिया जाए तो इसमें बरसात का पानी संग्रह होगा। इससे गेहूं और अन्य फसलों की खेती आराम से हो सकेगी। ग्रामीणों ने जागरण के अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह भी इसके सहभागी बनने को तैयार हैं।

जीर्णोद्धार का होगा हरसंभव प्रयास

रानीडीह पंचायत के मुखिया सुशील टुडू ने बुधवार को ग्रामीणों के साथ बैठक की। इसमें तालाब के जीर्णोद्धार को लेकर आवश्यक विचार-विमर्श किया गया। लोगों ने कहा कि आने वाले कल के लिए तालाब का जीर्णोद्धार काफी जरूरी है। मुखिया ने जीर्णोद्धार में हरसंभव मदद देने की घोषणा की। बताया कि कार्य पूरा होने से बारिश में ज्यादा जल संग्रह होगा। इसका सीधा फायदा आसपास के गांव के लोगों और किसानों को मिलेगा। वहीं बीडीओ अखिलेश कुमार ने तालाब का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि संबंधित पंचायत के मुखिया एवं पंचायत सेवक से तालाब के बारे में रिपोर्ट लिया जाएगा। इसके बाद जीर्णोद्धार से संबंधित आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।


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