झारखंड को नहीं बनने देंगे लोकतंत्र की कब्रगाह
देवघर : जनता की उम्मीद पर खरा नहीं उतरने के कारण ही रघुवर सरकार से लोगों में नाराजगी है। कारपोरेट लू
देवघर : जनता की उम्मीद पर खरा नहीं उतरने के कारण ही रघुवर सरकार से लोगों में नाराजगी है। कारपोरेट लूट, जमीन की कीमत घटा कर अडाणी को फायदा पहुंचाने, सांप्रदायिक उन्माद, जन विरोधी स्थानीय नीति के खिलाफ पार्टी का मजबूत प्रतिरोध संकल्पित है। भाकपा माले के दो दिवसीय राज्य सम्मेलन के अंतिम दिन राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड को छत्तीसगढ़ नहीं बनने देंगे। कभी भी सूबे को लोकतंत्र का कब्रगाह नहीं होने दिया जाएगा। पार्टी इसके लिए दृढ़ता के साथ प्रतिरोध करेगी।
सम्मेलन कक्ष में पत्रकारों से बातचीत करते उन मसलों को भी रखा जो सम्मेलन का हिस्सा बना। कहा कि विचारों का जबाव विचारों से दिया जाएगा। देवघर में कार्यकर्ताओं पर पिछले दिनों हुए हमला की निंदा की। भाजपा एवं उसके समर्थक संगठनों का नाम लिए बगैर कहा कि कोई चाहे कि माले के अभियान को रोक देंगे तो यह संभव नहीं है।
नई कार्यकारिणी घोषित: राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि प्रदेश में पशु तस्करी का विवाद खड़ा कर युवकों को परेशान किया जाने लगा। यह सब गलत है। लोकतंत्र की एक परंपरा है। नई कार्यकारिणी की घोषणा की और कहा कि जनार्दन प्रसाद दोबारा राज्य सचिव चुन लिए गए हैं। 41 सदस्यीय राज्य कमेटी का गठन कर लिया गया है।
जानकारी हो कि कार्यक्रम में शुभेंदु सेन, एसके राय, रामेश्वर सोरेन, सविता सिंह, जनार्दन प्रसाद, गीता मंडल एवं अन्य मुख्य रूप से थे।
जनार्दन प्रसाद बने राज्य सचिव: सम्मेलन के अंतिम दिन शनिवार को नई कार्यकारिणी का गठन हुआ। 41 सदस्यीय राज्य कमेटी में जनार्दन प्रसाद राज्य सचिव चुने गए। मनोज भगत, शुकदेव प्रसाद, भुवनेश्वर केवट, अनिल अंशुमन, शुाकदेव मंडल, शुभेंदु सेन, नकुलदेव सिंह, नागेन्द्र सिंह, गीता मंडल, विनोद सिंह, परमेश्वर महतो, पूरण महतो, राजकुमार यादव, कौशल्या देवी, उसमान अंसारी, राजेश यादव, मोहन दत्ता, श्यामदेव यादव, बैद्यनाथ मिस्त्री, भुवनेश्वर वैद्य, देवकी नंदन वैद्य, बिरजू राम, रवींद्र राम, आरएन सिंह, कालीचरण मेहता, सुष्मा मेहता, जनार्दन हरिजन, जेएन सिंह, एपी गुप्ता, सहदेव यादव, रामेश्वर सोरेन, अशोक पासवान, सीताराम सिंह, जयंती चौधरी, पूनम महतो, कृष्णा सिंह, सविता सिंह, नदीम खान, विजय सिंह एवं जेवीकीयर सदस्य चुने गए।
प्रस्ताव पारित
- सांप्रदायिक घटना स्पष्ट तौर पर राज्य प्रायोजित थी। खासकर लातेहार पशु व्यापारी की हत्या, जिसकी निंदा की गयी।
- हजारीबाग एवं बोकारो में रामनवमी के दिन जो घटना हुई, इसकी निंदा एवं विरोध में जन अभियान चलाया जाएगा।
- सांप्रदायिकता, जन विरोधी स्थानीय नीति के विरोध में 14 मई को झारखंड बंद रखने का निर्णय।