चावल-राशि के बावजूद एमडीएम बंद
करौं (देवघर) : बच्चों में शारीरिक व मानसिक विकास के साथ नियमित उपस्थिति को बढ़ाने के उद्देश्य से मध्
करौं (देवघर) : बच्चों में शारीरिक व मानसिक विकास के साथ नियमित उपस्थिति को बढ़ाने के उद्देश्य से मध्याह्न भोजन योजना शुरू हुई। योजना को बेहतर बनाने का हरसंभव प्रयास किया गया। इसके लिए समय-समय पर राशि व मेन्यू में बदलाव भी किया गया, ताकि बच्चों को शत-प्रतिशत लाभ ले सके। विभाग भी योजना के प्रति काफी संवेदनशील है। किसी भी सूरत में योजना बंद नहीं रखने की हिदायत दी जाती है। लापरवाही बरते जाने पर कार्रवाई की बात कही जाती है।
विभाग द्वारा योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए राशि व चावल उपलब्ध कराया जाता है। मगर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चोपकियारी में मामला ही कुछ और है। यहां दो क्विंटल चावल और 22 हजार रुपये दोनों उपलब्ध है, लेकिन पानी के अभाव में यहां पिछले दो फरवरी से एमडीएम को बंद करना पड़ा। विद्यालय के आसपास कुंआ व तालाब सूख चुके हैं। इस बारे में सचिव द्वारा बीईईओ को लिखित सूचना दे दी गई है। बताया गया कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान विद्यालय से आधा किमी दूर चापाकल लगाया गया। इसी जगह पर सिर्फ पानी का स्त्रोत है। वर्तमान में यहीं से पानी लाकर भोजन बनाया जाता है। गांव के अधिकांश लोग इसी चापाकल से पानी लेते हैं। वर्तमान में इस चापाकल से पानी कम मात्रा में निकलता है। पानी कम निकलने के कारण एमडीएम बंद करना पड़ जाता है। वहीं कुंआ व तालाब सूख चुके हैं। पानी के अभाव में शौचालय का उपयोग नहीं हो पाता है। यहां नामांकित बच्चों की संख्या 280 है।
वर्षो से चली आ रही समस्या
विप्रस अध्यक्ष भागीरथ गोस्वामी, वार्ड सदस्य सानू रवानी, शनिचर पुजहर, विमल गोस्वामी, मितन रवानी, सुदामा रवानी आदि ग्रामीणों का कहना कि सालों से पानी की समस्या से विद्यालय जूझ रहा है। मगर समस्या समाधान के लिए विभाग गंभीर नहीं है। सूखा क्षेत्र रहने के कारण चापाकल लगाने पर पानी नहीं निकलता है। विद्यालय के आसपास डीप बोरिंग कराने पर ही समस्या का समाधान हो सकता है। विद्यालय में सुचारू एमडीएम संचालन के पानी की वैकल्पिक व्यवस्था कराने की माग की है।
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पानी की समस्या से काफी परेशानी उठानी पड़ती है। विद्यालय के नाम पर ही यहां से आधा किमी दूर चापाकल लगाया गया है। मगर यहां पानी लेने के लिए गांव वालों की भीड़ जुटी रहती है। विद्यालय परिसर में बोरिंग कराया गया। मगर एक बूंद पानी नहीं निकला। यहां डीप बोरिंग होने पर ही समस्या का समाधान हो सकता है।
विनोद कुमार सिंह, प्रधानाध्यापक सह सचिव
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विद्यालय के सचिव द्वारा पानी के अभाव में एमडीएम बंद होने की सूचना मिली है। समस्या के बारे में डीएसई को अवगत कराया जाएगा। साथ ही पानी की वैकल्पिक व्यवस्था कराने के लिए पेयजल विभाग को निर्देश दिया जाएगा।
देवेंद्र राय, बीईईओ, करौं