पंचायत स्तर पर बनेगा बछिया पालन केंद्र : सचिव
देवघर : गौ हत्या पर विराम लगाने के साथ-साथ बाहर से दुधारू मवेशी की दरकार झारखंड को नहीं हो इस मंशा क
देवघर : गौ हत्या पर विराम लगाने के साथ-साथ बाहर से दुधारू मवेशी की दरकार झारखंड को नहीं हो इस मंशा को ध्यान में रखकर सरकार एक योजना को मूर्तरूप देने जा रही है। पशुपालन, मत्स्य एवं गव्य विकास सचिव डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि हजारीबाग में एक बड़ा बछिया पालन केंद्र बनाया जा रहा है। शीघ्र ही पंचायत स्तर पर एक कलस्टर बनाकर इस प्रकार का केंद्र खोला जाएगा। शुक्रवार को सचिव ने चित्तोलोढि़या स्थित डेरी का निरीक्षण किया। तकरीबन एक घंटा तक मत्स्य, पशुपालन एवं गव्य विकास के निदेशक के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की।
क्या है सरकार की योजना
सरकार का मानना है कि समृद्ध किसान गाय पालन तो ठीक से कर लेते हैं। बछियापालन में भी उनको परेशानी नहीं होती है। गरीब तबके के किसान को बछियापालन में आर्थिक परेशानी होती है। वह इंतजार नहीं कर सकते। अब वैसी बछिया को दुधारू गाय बनाने की जिम्मेदारी सरकार की होगी। जो किसान बछिया का पालन नहीं कर सकते वह उस केंद्र पर जाकर उचित कीमत लेकर उसे सरकार के हाथ सौंप सकते हैं। बछिया पालन केंद्र में बछिया की परवरिश कर उसे दुधारू गाय बनाकर उन किसानों के बीच ही वितरित कर दिया जाएगा। इस बिक्री में सरकारी प्रावधानों का पूरा ख्याल रखा जाएगा। सरकारी स्कीम के तहत यह वितरण होगा जिसमें अनुदान का भी लाभ मिल सकता है। मतलब आप पालन नहीं कर सकते तो सरकार वह करेगी। इसका दूसरा फायदा यह कि किसान जो बाहर से दुधारू मवेशी खरीदते हैं, अब ऐसा नहीं करेंगे। अपनी ही नस्ल की गाय खरीद लेंगे। अभी हजारीबाग में इस प्रकार के पालन केंद्र की योजना सरकार ने बनायी है। जल्द ही पंचायत स्तर पर एक कलस्टर बनाकर पालन केंद्र का संचालन किया जाएगा।