पेशावर आतंकी हमले की सबने की भर्त्सना
देवघर : पेशावर के सैनिक स्कूल में हुई आतंकी घटना ने न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरे विश्व को हिला दिया ह
देवघर : पेशावर के सैनिक स्कूल में हुई आतंकी घटना ने न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरे विश्व को हिला दिया है। इस घटना में मासूम बच्चे मारे गए। इसकी चहुंओर कड़े शब्दों में निंदा हो रही है। यहां डीएवी पब्लिक स्कूल, रेड रोज व संत फ्रांसिस स्कूल सहित तमाम सरकारी व गैरसरकारी स्कूलों में शोक सभा का आयोजन किया गया। छात्रों व शिक्षकों ने मौन रखकर इस कठिन घड़ी में शोक संतप्त परिवारों को हौसला देने की कामना बाबा बैद्यनाथ से की। डीएवी के प्राचार्य आरसी शर्मा ने शोक सभा के दौरान छात्रों को घटना से अवगत कराते हुए इसकी तीव्र निंदा की।
क्या कहा छात्र-छात्राओं ने
बच्चे देश का भविष्य हैं, पेशावर की घटना से हम सभी आहत हैं और ऐसे घृणित कार्य की निंदा करते हैं।
काजल कुमारी
इस घटना ने सबको हिलाकर रख दिया है। ऐसा अनर्थ नहीं होना चाहिए था। आतंकवाद पर अंकुश लगे और इस जघन्य घटना को अंजाम देनेवालों को कड़ी सजा दी जाए।
वर्षा रानी
यह बहुत ही दर्दनाक घटना है, अब स्कूलों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। आतंकवाद के खिलाफ सभी देश को एकजुट होकर अभियान चलाने की जरूरत है।
मुस्कान कुमारी
बच्चों को निशाना बनाना अत्यंत ही घृणित कार्य है। जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया, उनके घर में भी बच्चे होंगे, लेकिन ऐसे लोगों को इसका एक जरा ख्याल नहीं आया कि किसे मार रहे हैं।
अंजली भारती
मासूम बच्चों ने किसी का क्या बिगाड़ा था? शिक्षा के मंदिर में इस तरह का घिनौना कार्य नहीं होना चाहिए था। भगवान से प्रार्थना है कि बच्चों के परिजनों को शक्ति मिले।
शालु कुमारी
आतंकी घटना में मारे गए बच्चे हम लोग की तरह ही थे, इस बड़ा घृणित कार्य नहीं हो सकता। अब सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ उठ खड़ा होना चाहिए।
काजल कुमारी
इस घटना में मारे गए बच्चों के परिजनों पर क्या बीत रही होगी, यह वही समझ सकते हैं। अब समय आ गया है कि आतंकवादियों के खौफ को पूरी तरह से मिटा दिया जाए।
निखिल चौधरी
आतंकवादियों के क्रूरता का इससे बड़ा प्रमाण नहीं हो सकता। इनका मकसद केवल दुनिया में खौफ फैलाना है लेकिन खौफ का यह रास्ता अत्यंत ही घृणित है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है।
अंकित ज्योति
अपना खौफ बढ़ाने के लिए अब आतंकवादी बच्चों को निशाना बनाने लगे हैं। ऐसे सभी देशों की सरकार को इस समस्या के बारे में गंभीरता से सोचने की जरूरत है।
प्रत्युष नारायण
जो बच्चे मारे गए वह हमारी तरह थे। आतंकवाद को जड़ उखाड़ फेंकने की जरूरत है, इसके लिए सभी देशों को एक मंच पर आना होगा।
राजेश्वरी
इस घटना से सभी को गहरा सदमा लगा है। आतंकवाद की समस्या अब सभी देशों के लिए हो गई, इसके लिए सबको मिलकर इसके खिलाफ लड़ना होगा।
खुशी