दीपावली पर मिठाई की बढ़ी मांग
देवघर : दीपावली के मौके पर मिठाई की खपत काफी बढ़ जाती है। छेना की मिठाई के साथ ही खोआ की मिठाई की भी
देवघर : दीपावली के मौके पर मिठाई की खपत काफी बढ़ जाती है। छेना की मिठाई के साथ ही खोआ की मिठाई की भी मांग बढ़ जाती है। देवघर में दुकानों में भी कई तरह की मिठाइयां सजी हुई हैं। यहां छेना की मिठाई की मांग सबसे अधिक रहता है। लोग रसगुल्ला, चमचम, कलाकंद, संदेश, खीर कमद, चंद्रकला, छेना चलेबी, रस कदम, छेना मुरकी, गजा आदि को काफी पसंद करते हैं। मांग अधिक होने के कारण अन्य मिठाई भी बनायी जाती है। इसमें लड्डू, काजू की बर्फी, काजू का रोल, मिल्क केक, सोनपापड़ी की भी मांग बढ़ गयी है। दुकानों में इन मिठाइयों का गिफ्ट पैक भी उपलब्ध है।
रंगीन मिठाई हानिकारक
कई बार देखा जाता है कि मिठाइयां आकर्षक नजर आए इस कारण उसमें रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन ये रंग कई बीमारी पैदा कर सकते हैं। डॉ. आरएन प्रसाद का कहना है कि कई रंग का सेहत पर खतरनाक असर हो सकता है। इससे सबसे ज्यादा एलर्जी का खतरा रहता है। चमड़े की एलर्जी के अलावा दम्मा भी बढ़ सकता है। पेट की भी कई तरह की बीमारी हो सकती है। ज्यादा असर होने पर कैंसर तक हो सकता है। इसके लिए कानून बने हैं और पकड़े जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो सकती है। हालांकि अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए बेहतर यही होगा कि हम ऐसी रंगीन मिठाइयों का सेवन न ही करें।