सीएस के आश्वासन पर टूटा अनशन
देवघर : सदर अस्पताल की वर्तमान व्यवस्था में सुधार सहित 11 सूत्री मांगों के समर्थन में युवा समाजसेवी बजरंगी महथा का आमरण अनशन 72 घंटा बाद सिविल सर्जन के आश्वासन के बाद शनिवार को समाप्त हो गया। समर्थकों द्वारा मुख्य सड़क जाम कर देने के बाद अंचल अधिकारी सदर शैलेश कुमार भी मौके पर पहुंचे थे। सीएस डॉ. दिवाकर कामत ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्था में तत्काल सुधार किया जाएगा। कुछ मांगों को राज्य सरकार को भेज दिया जाएगा।
20 अगस्त से वीर कुंवर सिंह चौक पर आमरण अनशन पर बैठे बजरंगी की शुक्रवार से हालत बिगड़ने लगी थी। चिकित्सक उन पर नजर बनाए हुए थे। सीएस के समझाने पर वह नहीं मानें। शनिवार दोपहर बाद समर्थक देवघर-जसीडीह मुख्य सड़क को जाम कर नारा लगाने लगे। इसके बाद प्रशासन ने हस्तक्षेप किया। सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया। सीओ भी पहुंचे। इससे पूर्व दोपहर में डॉ. रंजन पांडेय जब स्वास्थ्य जांच करने पहुंचे तो समर्थकों ने हंगामा किया। आरोप लगा कि तबीयत बिगड़ती जा रही है और अस्पताल प्रबंधन असंवेदनशील बना हुआ है।
प्रमुख मांग
-अस्पताल में हर वक्त चिकित्सकों की मौजूदगी सुनिश्चित हो।
-रोगियों को दवा की समुचित व्यवस्था।
-पेयजल एवं सफाई का इंतजाम।
-आपातकाल में एंबुलेंस की उपलब्धता।
-ब्लड बैंक में सभी ग्रुप के रक्त चौबीस घंटा मिले।
-गर्भवती महिलाओं की हो उचित देखभाल।
-चौबीस घंटा बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित हो।