उपयोगिता प्रमाणपत्र नहीं मिला तो प्राथमिकी
देवघर : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय पालोजोरी में असैनिक कार्य में हो रहे विलंब को जिला शिक्षा अधीक्षक सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुधांशु शेखर मेहता ने गंभीरता से लिया है।
उनका कहना है कि एक सप्ताह में मापी उपयोगिता प्रमाणपत्र नहीं उपलब्ध कराया गया तो वह खुद मापी कराएंगे और जितनी राशि की निकासी होने के बाद काम नहीं हुआ है उसके सामंजन के लिए एक सप्ताह का समय देंगे। निर्धारित अवधि में सामंजन नहीं हुआ तो दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी पालोजोरी ने इस संबंध में रिपोर्ट की है।
क्या है मामला : प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने वार्डेन के अलावा भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष व सचिव को पत्र लिखकर कहा है कि वित्तीय वर्ष 2012-13 में छह अतिरिक्त वर्ग कक्ष निर्माण के लिए 17.09 लाख स्वीकृत है। इसके अनुरूप 16.24 लाख उपलब्ध करा दिया गया। छह माह के अंदर निर्माण कार्य पूरा हो जाना चाहिए था लेकिन नहीं हुआ जबकि किए गए कार्य की मापी में कनीय अभियंता द्वारा 14.77 लाख संधारित किया गया है। ऐसे में निकाली गई राशि में 1.46 लाख का हिसाब नहीं मिल रहा है। 23 जून को लिखे पत्र में बीईईओ ने एक सप्ताह में काम पूरा करने का निर्देश देते हुए कहा है कि ऐसा नहीं हुआ तो इसे गबन का मामला समझा जाएगा तथा वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहती हैं वार्डेन
विद्यालय की वार्डेन शबा परवीन का कहना है कि मामले से प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को अवगत करा दिया गया है। निर्माण कार्य लगभग पूरा है। नीचे के तीन कमरों में कक्षा का संचालन भी हो रहा है। थोड़ा सा काम शेष है। जिसमें रमजान के कारण विलंब हुआ है। इसे भी शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा।