चांद रात आज, बढ़ी चहल-पहल
मधुपुर (देवघर) : अनुमंडल मुख्यालय की खूबसूरती देखते ही बन रही है। बाजार रंग-बिरंगी रोशनी से नहाया हुआ है। सामान खरीदनेवालों की भीड़ ऐसी कि पांव रखने को जगह नहीं। हर कोई अपनी पसंद का सामान खरीद रहा है। ईद अब बिल्कुल नजदीक आ चुका है। कपड़ों की खरीदारी पूरी हो चुकी है। इत्र, सेवईयां, मेवे, टोपी, रुमाल की भी खरीदारी में लोग जुटे हैं। महिलाएं चूड़ी, मेहंदी व सौंदर्य प्रसाधन की खरीदारी में व्यस्त हैं। गांधी चौक, हटिया रोड, थाना रोड, हाजी गली, स्टेशन रोड स्थित दुकानों में तो देर शाम तक लोग पहुंच रहे हैं।
ईद के रात और दिन की फजीलतें अजीम
एक माह का रोजा रखने के बाद ईद आती है। इसकी खुशी उनको सबसे ज्यादा होती है जो अकीदत के साथ रोजे रखते हैं और फिर चांद देखकर ईद की खुशी मनाते हैं। ईद की अहमियत के बारे में हजरत ने फरमाया है कि जब ईद की रात आती है फरिश्ते खुशी मनाते हैं। अल्लाह फरिश्तों से फरमाता है कि इस मजदूर का क्या बदला है जिसने काम पूरा कर लिया। फरिश्ते कहते हैं इसे पूरा अर्ज दिया जाए। अल्लाह फरमाता है कि तुमको गवाह करता हूं कि मैंने इन सबको बख्श दिया। ईद की शब को लोग खुदा की इबादत करते हैं। नफल नमाज पढ़ते हैं, तिलावत करते हैं, अल्लाह उनकी तमाम दुआ को कबूल करते हुए उनके गुनाहों को माफ करता है।
चांदनी चौक है मधुपुर का गांधी चौक
देश की राजधानी दिल्ली का चांदनी चौक जैसा नजारा मधुपुर का गांधी चौक प्रस्तुत कर रहा है। होली, दीपावली, ईद, छठ जैसे सभी त्योहार में यह केंद्र बिंदु बना रहता है। इन पर्वो में गांधी चौक की सुंदरता देखते ही बनती है। यह चौक सर्वधर्म समभाव का नायाब नमूना पेश करता आ रहा है। यहां आजादी के समय से ही विभिन्न पर्व में सैकड़ों दुकानें सज जाती हैं। मधुपुर की यही खासियत रही है कि यहां सभी समुदाय के लोग एक साथ होली, दीवाली, दुर्गापूजा, ईद मनाते रहे हैं।
मस्जिद व ईदगाह में नमाज अता करने का वक्त
पीर साहब की बड़ी मस्जिद : 8:30
बड़ी मस्जिद, हाजी गली : 8:30
अब्दुल अजीज रोड ईदगाह मस्जिद : 8:30
पनाह कोला बड़ी मस्जिद : 8:45
नबी बख्श ईदगाह : 9:15
लालगढ़ ईदगाह : 10:00
चांदमारी मस्जिद : 9:15
मदीना ईदगाह : 9:30
लखना मस्जिद : 9:15
फतेहपुर-पोखरिया ईदगाह : 9:30
पटवाबाद ईदगाह : 8:45
नारायणपुर ईदगाह : 8:30
पथरचपटी मस्जिद : 8:00
दुर्गापुर ईदगाह : 10:00
चेतनारी ईदगाह : 8:30
(सभी समय सुबह)