आठ दिन का होगा नवरात्र
इटखोरी : इस वर्ष शारदीय नवरात्र आठ दिनों का होगा। नवरात्र की पंचमी व षष्ठी का अनुष्ठान एक ही दिन बीस अक्टूबर को किया जाएगा। इसलिए इस बार दुर्गा पूजा व दशहरा का त्योहार नौ दिनों में ही संपन्न हो जाएगा। भद्रकाली मंदिर के पूजारी कामेश्वर तिवारी बताते हैं कि काशी पंचांग के अनुसार इस वर्ष शारदीय नवरात्र का शुभारंभ मंगलवार सोलह अक्टूबर को होगा। महाल्या का त्योहार सोमवार पंद्रह अक्टूबर को मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वैसे तो नवरात्र का अनुष्ठान नौ दिनों तक चलता है। लेकिन इस वर्ष यह अनुष्ठान आठ दिनों तक ही चलेगा। काशी पंचांग के अनुसार नवरात्र की महापंचमी तथा महाषष्ठी का त्योहार एक ही दिन मनाया जाएगा। नवरात्र की संधि बलि सोमवार बाइस अक्टूबर को अर्द्धरात्रि में 12:45:01 बजे महाष्टमी के गमन व महानवमी के आगमन के बीच पड़ेगा। नवरात्र के अनुष्ठान का विसर्जन मंगलवार 23 अक्टूबर को होगा। जबकि दशहरा का त्योहार विजयादशमी बुधवार 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। पुजारियों के अनुसार आठ दिनों के नवरात्र का धार्मिक अनुष्ठानों में विशेष महत्व रहता है।
भगवती घोड़े पर आएगी व हाथी पर जाएगी
इस वर्ष शारदीय नवरात्र में भगवती मां दुर्गा का आगमन घोड़े पर होगा। जबकि गमन हाथी पर होगा। पुजारी गंगाधर पांडेय बताते हैं कि नवरात्र में भगवती का आगमन व गमन चार सवारियों पर होता है। इसमें हाथी, घोड़ा, पालकी व नाव की सवारी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उदिया तिथि के महत्व को देखते हुए नवरात्र का अनुष्ठान मंगलवार को शुरू होगा। लेकिन भगवती का आगमन सोमवार की शाम में ही हो रहा है। जबकि गमन महानवमी को मंगलवार के दिन में है। सोमवार को माता की सवारी घोड़ा है। जबकि मंगलवार को भगवती की सवारी हाथी है।
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