भद्रकाली मंदिर में आध्यात्मिक सेमिनार का आयोजन
इटखोरी : मां भद्रकाली मंदिर परिसर में शनिवार की शाम एक आध्यात्मिक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार
इटखोरी : मां भद्रकाली मंदिर परिसर में शनिवार की शाम एक आध्यात्मिक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में शामिल विद्वानों ने मंदिर परिसर की महता पर प्रकाश डाला। सेमिनार का आयोजन 1968 में इटखोरी में प्रखंड विकास पदाधिकारी रहे डॉ. विद्यानंद झा के द्वारा किया गया था। इस मौके पर अपने संबोधन में तात्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी ने सेमिनार में उपस्थित वक्ताओं को बताया कि इस ऐतिहासिक धर्मिक स्थल से उनका गहरा नाता रहा है। मां भद्रकाली की प्रतिमा की चोरी तथा बाद में प्रतिमा वापसी से लेकर मंदिर के विकास में उन दिनों उनका हरसंभव सहयोग मिलता रहा। उन्होंने कहा कि यह सिद्ध पीठ वास्तव में जागृत धार्मिक स्थान है। यहां आने वाले हर लोगों की मुराद माता पुरी करती है। उन्होंने देवी भागवत तथा दुर्गा सप्तशती में मां भद्रकाली की महिमा की गाथा से भी लोगों को अवगत कराया। डॉ. बलराम दूबे, शशि भूषण त्रिपाठी, डॉ. बच्चन ने भी मंदिर परिसर की ऐतिहासिकता व धार्मिकता पर अपने-अपने विचार प्रकट किए। डॉ. बच्चन ने मंदिर परिसर में एक अत्याधुनिक म्यूजियम के निर्माण की आवश्यकता जताई। उन्होंने लोगों का बताया कि इस सिलसिले में उनके द्वारा भी प्रयास किया जाएगा। सेमिनार में सरोज झा, ममता झा, रतन शर्मा तथा बिहार से आए हुए कई अन्य लोग भी उपस्थित थे।