मानसून ने दिया धोखा, सामान्य से 109.6 एमएम कम बारिश
चतरा : निर्धारित समय से करीब एक सप्ताह विलंब से पहुंचा मानसून बीच में ही ब्रेक ले लिया है। तीन चार द
चतरा : निर्धारित समय से करीब एक सप्ताह विलंब से पहुंचा मानसून बीच में ही ब्रेक ले लिया है। तीन चार दिन अच्छी बारिश हुई, लेकिन उसके बाद बारिश पर ब्रेक लग गया। जून महीना समाप्ति की ओर है। महीने में अब शेष दो दिन बचा हुआ है। यदि ऐसे में लगातार बारिश होती है, तो भी सामान्य बारिश तक पहुंचना शायद मुश्किल होगा। सूर्य की किरनों के रौद्र रूप को देखकर किसान परेशान हैं।
109.6 एमएम कम हुई बारिश :
जून महीने में जिले का औसतन वर्षापात 167.1 एमएम है। इसके विरुद्ध 28 जून तक मात्र 57.5 एमएम बारिश हुई है। इस हिसाब से इस महीने में अब तक सामान्य से 109.6 मिमी कम बारिश हुई है। शेष बच्चे दिनों में इतनी बारिश होना संभव भी नहीं है।
सिमरिया में अच्छी बारिश :
बारिश की सबसे बदतर स्थिति पत्थलगडा एवं गिद्धौर में है। इन दोनों प्रखंडों में क्रमश: 13.60 एमएम एवं 17.60 एमएम बारिश हुई है। बारिश की सबसे अच्छी स्थिति सिमरिया प्रखंड में है। सिमरिया प्रखंड में अब तक 112 एमएम बारिश हुई है।
2011 में हुई थी सबसे अधिक बारिश :
वैसे पिछले पांच वर्षों के रिकार्ड पर नजर डालें तो 2011 को छोड़कर जून महीने में सामान्य वर्षापात रिकार्ड नहीं हुआ है। 2011 में जहां 212 एमएम बारिश हुई थी। वहीं 2012 में 65.71, 2013 में 69.83, 2014 में 103.42 एवं 2015 में 132 एमएम बारिश हुई थी। मूल रूप से बारिश का महीना जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर होता है। जिले का वार्षिक सामान्य वर्षापात 1174 एमएम है। जबकि सिर्फ जुलाई महीने में 308, अगस्त में 310, सितंबर में 210 एमएम बारिश की संभावना रहती है।
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-वर्जन -
बारिश की बहुत ही बेहतर संभावना है। यह और बात है कि बीच में बारिश थम गई है, लेकिन इससे निराश होने की जरूरत नहीं है। मौसम के जानकारों का कहना है कि इस वर्ष सामान्य से अधिक बारिश होगी।
अशोक कुमार सिन्हा, जिला कृषि पदाधिकारी, चतरा।