भद्रकाली में रैयतों का अनशन समाप्त
इटखोरी: विधायक गणेश गंझू के आश्वासन के बाद मां भद्रकाली मंदिर परिसर में रैयत संघ का चल रहा आमरण
इटखोरी: विधायक गणेश गंझू के आश्वासन के बाद मां भद्रकाली मंदिर परिसर में रैयत संघ का चल रहा आमरण अनशन सोमवार को समाप्त हो गया। विधायक गणेश गंझू, अंचल अधिकारी विनोद प्रजापति, मुखिया सुनीता देवी व भाजपा जिलाध्यक्ष विनय सिंह ने जूस पिलाकर रैयतों का अनशन खत्म करवाया। रैयतों की मांग पर मंदिर के नव गठित ट्रस्ट को भंग करने तथा ट्रस्ट व प्रबंधन समिति में रैयतों को शामिल करने पर सहमति बन गई है। अनशन तुड़वाने के पहले विधायक गणेश गंझू ने रैयतों को बताया कि स्थानीय सांसद सुनील कुमार सिंह तथा उन्होंने रैयतों की मांग पर उपायुक्त अमित कुमार से विस्तार से बात की। उपायुक्त से वार्ता के बाद यह तय हुआ कि गुपचुप तरीके से किए गए भद्रकाली मंदिर प्रबंधन समिति के ट्रस्ट के निबंधन को रद किया जाएगा। ट्रस्ट में तथा प्रबंधन समिति में रैयतों को शामिल किया जाएगा। विधायक ने बताया कि ट्रस्ट के अलावा मंदिर प्रबंधन समिति में 21 रैयत शामिल किए जाएंगे। कौन-कौन रैयत शामिल होंगे इसका चयन रैयतों को स्वयं करना है। विधायक ने अनशन पर बैठे रैयतों से मंदिर परिसर में अवस्थित रैयती जमीन से संबंधित हाई कोर्ट में चल रहे मामलों को वापस लेने तथा जमीन के मुआवजे की राशि लेने की अपील की। विधायक ने सभी लोगों को मंदिर के विकास में बढ़-चढ़कर शामिल होने की भी अपील की। मालूम हो कि पंद्रह मई से रैयत संघ के प्रकाश राम, संतोष सोनी, युगेश्वर दांगी, सत्यदेव प्रसाद तथा फूल देवी आमरण अनशन पर थे। रैयतों के इस आंदोलन को यहां भरपूर समर्थन मिल रहा था। अनशन समाप्त होने के बाद अनशनकारियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाकर उनका स्वास्थ्य जांच की गई। रैयतों ने मांग पूरी होने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने भी कहा है कि मंदिर के विकास में कंधा से कंधा मिलाकर रैयत भी चलेंगे।