गांवों में हाथी, सड़क पर ग्रामीण
सिमरिया: प्रखंड के पीरी पंचायत के ग्रामीण जंगली हाथी से परेशान हैं। आलम यह है कि शाम ढलते ही हाथी
सिमरिया: प्रखंड के पीरी पंचायत के ग्रामीण जंगली हाथी से परेशान हैं। आलम यह है कि शाम ढलते ही हाथी गांव में एवं ग्रामीण सड़क पर नजर आते हैं। यह स्थिति पिछले पांच छह दिनों से बनी हुई है। ग्रामीणों को डुगडुगी बजाकर एवं मशाल जलाकर रात गुजारनी पड़ रही है। पिछली रात लासोदाग, लुपुंगा एवं टूटकी गांव के हजारों ग्रामीणों ने हाथियो के झूंड को डुगडुगी के सहारे पचंबा जंगल तक खदेड़ डाला। परंतु हाथी अहले सुबह फिर आ धमके और दो घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। हाथियों को गांव में प्रवेश करते ही अफरा तफरी की स्थिति बन गई। इस क्रम में एक हाथी ने भीम गंझू और सहदेव गंझू के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस क्रम में इन दोनों के घरों से लगभग एक लाख के अनाज, कपड़े, बर्तन आदि को भी हाथियों ने तहस-नहस कर दिया। सूचना के उपरांत मौके पर पहुंचे पीरी रेंज के रेंज आफिसर सुनील कुमार को आक्रोशित ग्रामीणों ने घेर लिया और जमकर खरी खोटी सुनाई। हालांकि रेंजर ने हाथियों के भगाने के लिए पटाखा व मशाल आदि व्यवस्था कराई। ग्रामीण हाथियो के भगाने के लिए एक्सपर्ट की मांग कर रहे थे। समूह में डेढ़ दर्जन से अधिक हाथी मौजूद हैं। हाथियो के भय से पीरी के टूटकी, लोसो दाग, हांहो, पीरी, तलसा, लुपुगा, गोतिया, कबरा, मचिया आदि के हजारों ग्रामीण रात को सो नहीं पा रहे हैं। कुछ लोग तो सड़कों पर अलाव जलाकर रात गुजार रहे हैं।