डीसी ने महाने पुल के मरम्मत का दिया निर्देश
इटखोरी : इटखोरी-चतरा पथ में अवस्थित महाने पुल का मरम्मत शीघ्र शुरू होगा। उपायुक्त अमित कुमार ने पुल
इटखोरी : इटखोरी-चतरा पथ में अवस्थित महाने पुल का मरम्मत शीघ्र शुरू होगा। उपायुक्त अमित कुमार ने पुल मरम्मत का निर्देश पथ प्रमंडल को दिया है। उपायुक्त रविवार को इटखोरी दौरा के क्रम में महाने पुल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने महाने पुल के सतह में चौड़ी हुई दरार को खतरनाक बताया। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि इस पुल के जर्जर हिस्से कोई भी बड़ी घटना हो सकती है। उन्होंने मौके पर मौजूद पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता सुरेंद्र कुमार को जल्द से जल्द पुल मरम्मत का निर्देश दिया।
करनी होगी मुकम्मल मरम्मत
अंग्रेजों के जमाने में निर्मित महाने पुल की मुकम्मल मरम्मत करनी होगी। चूंकि पुल की स्थिति अत्यंत ही जर्जर हो गई है। पुल का निर्माण 1925 में हुआ था। लोहे के गटर से निर्मित इस पुल जगह-जगह दरक गई है। पुल के मध्य भाग में एक हिस्से पर सतह की दरार बहुत चौड़ी हो गई है। जिससे विभाग द्वारा समय समय पर मरम्मत किया जाता रहा है। लेकिन इसके बाद भी चौड़ी हुई दरार का हिस्सा पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाई है। यहां पर गौरतलब है कि इस पुल से हर दिन पिपरवार एवं सिकनी आदि कोलयरियों के कोयला लद सैकड़ों की संख्या वाहन गुजरते हैं।
पुल टूटा, तो कट जाएगा जिला मुख्यालय से संपर्क
इटखोरी एवं मयूरहंड प्रखंड के निवासियों को जिला मुख्यालय जाने के लिए इसी पुल से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसी स्थिति में यदि पुल टूटा, तो उपरोक्त दोनों प्रखंडों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट जाएगा। लोगों को कटकमसांडी एवं गिद्धौर प्रखंड के रास्ते से ही जिला मुख्यालय जाना पड़ेगा, जो काफी कष्टकारक होगा।
नए पुल के निर्माण में अभी लगेगा वक्त
पथ प्रमंडल ने महाने पुल के समीप ही नए पुल का निर्माण की प्रक्रिया शुरू की है। लेकिन इसका निर्माण कार्य पूरा होने में अभी लंबा वक्त लगेगा। नए पुल के निर्माण का ठेका अजय इंजी कॉम नामक कंपनी को मिला है। लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी कंपनी द्वारा एक भी पीलर का निर्माण कार्य नहीं किया गया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नए पुल के निर्माण में कम से कम दो वर्ष का समय लगेगा।