सफल रही रैयतों के साथ सीसीएल की बैठक
टंडवा(चतरा): मगध कोल परियोजना के विस्थापित रैयतों व सीसीएल प्रबंधन के साथ बुधवार को हुई बैठक सफल रही। इस द्विपक्षीय वार्ता में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। जिसमें परियोजना से अधिग्रहित बालूमाथ अंचल क्षेत्र के आरा एवं चमातु के रैयतों ने पुनर्वास, पुनस्र्थापन, नौकरी व मुआवजा के सवाल पर समझौता वार्ता किया। रैयतों ने वर्ष 2012 में निर्धारित नौ लाख दो हजार नौ सौ रुपया प्रति एकड़ निर्धारित मुआवजा राशि को ब्याज जोड़कर तत्काल दर से भुगतान करने की मांग की। वहीं सामाजिक उत्तर दायित्व योजना के तहत सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा को लेकर शीघ्र पहल करने की मांग रखी। प्रबंधन की ओर से महाप्रबंधक ए के ठाकुर ने रैयतों की मांगों पर बिंदुवार विचार-विमर्श करते हुए शीघ्र ही सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया। जिससे संतुष्ट रैयतों ने अपनी-अपनी जमीन की कागजात अपत्ति व दावा समर्पित करने को लेकर आरा में अस्थायी कार्यालय खोलने की मांग की। रैयतों में पूर्व मुखिया रवींद्र उरांव, पंचायत समिति सदस्य चेतलाल राम दास, ठुपा भगत, जितेंद्र प्रसाद, शिवनारायण साहु, सीताराम यादव, बद्री साव, मनोज राणा आदि ने प्रबंधन द्वारा कार्यो का निष्पादन रांची मुख्यालय से किए जाने का विरोध किया। उन्होंने कार्य को टंडवा से निष्पादित करने की मांग की। मौके पर परियोजना पदाधिकारी अंजनी कुमार, एच टी घोष समेत सीसीएल कर्मी उपस्थित थे।