अब पंचतंत्र बताएगा पंचायतों का पूरा हाल
बोकारो : जिले की पंचायतों का हाल बदलने वाला है। इसके लिए भारत सरकार के साफ्टवेयर से अलग जिले में कर
बोकारो : जिले की पंचायतों का हाल बदलने वाला है। इसके लिए भारत सरकार के साफ्टवेयर से अलग जिले में कर्नाटक सरकार के साफ्टवेयर पंचतंत्र की तर्ज पर जिला प्रशासन पंचायतों के लिए विशेष साफ्टवेयर का निर्माण करवाएगा। इस साफ्टवेयर के माध्यम से पंचायतों का पूरा ब्यौरा शामिल किया जाएगा। इसके लिए उपायुक्त रॉय महिमापत रे तकनीकी अधिकारियों के साथ जिले के डीडीसी को इस काम में लगाया है। ताकि एक माह के अंदर इस परियोजना को पूरा किया जा सके। साफ्टवेयर में पंचायत की पूरी सूचना उपलब्ध रहेगी। यही नहीं पंचायत में उपलब्ध सभी आधारभूत संरचना का जियो टैगिंग किया जाएगा। ताकि जिला से लेकर दिल्ली तक अधिकारी व आम जनता को पूरी सूचना मिल सके। वैसे तो भारत सरकार के पंचायती राज विभाग ने सात साफ्टवेयर बनाया है। पर इसमें इंट्री नहीं हो पा रही है। जबकि कर्नाटक में प्रयोग हो रहे पंचतंत्र व पंचमित्र साफ्टवेयर अब तक सबसे सफल रहा है। इसके सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यदि गांव में एलईडी की स्ट्रीट लाइट खराब हो गई तो जनता मरम्मत के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकती है। यही नहीं पंचायतों के अधीन होने वाले कार्यो का पूरा ब्योरा बिल ,भाउचर भी अपलोड किया जा सकेगा। इसके अलावा सभी पंचायतों में महिलाओं का कौशल विकास कर उन्हें एलईडी बल्ब, सोलर प्लेट के मरम्मत का प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि गांव में लगने वाले एलईडी लाइट की मरम्मत गांव में ही हो सके।
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वर्जन : ये सब प्रयोग देश के विभिन्न जिलों में विशेष रूप से किए गए हैं। इसका अच्छा परिणाम सामने आ रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अपने जिले में पांच कार्यो को शुरू किया जाएगा। ताकि पंचायतों का काम पारदर्शी हो एवं पंचायत तक के कर्मी काम करें।
रॉय महिमापत रे, उपायुक्त बोकारो।