सेफ्टी शू बिना संयंत्र में इंट्री नहीं
बोकारो : बोकारो इस्पात संयंत्र में प्रवेश के लिए अब खादी और खाकी का प्रभाव नहीं चलेगा। प्लांट में सु
बोकारो : बोकारो इस्पात संयंत्र में प्रवेश के लिए अब खादी और खाकी का प्रभाव नहीं चलेगा। प्लांट में सुरक्षा नियमों के पालन को लेकर प्रबंधन ने कमर कस ली है। इस बाबत स्थानीय स्तर पर हुई विशेष बैठक में इस्पात प्रबंधन ने तत्काल कई योजना को प्रभावी बनाने का निर्णय लिया।
बोकारो इस्पात संयंत्र में कई कर्मी और ठेका श्रमिक के साथ श्रमिक संगठन के नेता बगैर सेफ्टी शू के कार्यस्थल पर आवाजाही कर रहे थे। साथ ही चारपहिया वाहन से आनेवाले अधिकारी-कर्मचारी यातायात नियम को तोड़ते हुए किसी भी रोडवेज से प्लांट में प्रवेश कर रहे थे। सेफ्टी डिपार्टमेंट ने ऐसे लोगों के संयंत्र में प्रवेश करने पर रोक लगाने के साथ ही उन्हें आर्थिक दंड देने का निर्णय लिया है।
बताया गया कि सेल प्रबंधन ने शून्य दुघर्टना के लक्ष्य को देखते हुए बीएसएल में यातायात नियम को सख्त करने का मन बनाया है। वर्तमान में इस्पात संयंत्र में कोई भी चप्पल, सैंडिल एवं स्पोटर्स शू पहनकर प्रवेश कर जाते थे। ऐसे लोगों को अब कार्यस्थल पर जाने नहीं दिया जाएगा।
इस नियम के दायरे में सेलकर्मियों के साथ आगंतुक एवं संयंत्र की सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ जवानों को भी रखा जाएगा। यदि कोई व्यक्ति नियम का पालन नहीं करता तो पहली बार उसे चेतावनी देने के बाद आर्थिक दंड लगाया जाएगा। ठेका श्रमिकों के मामले में संबंधित कांट्रेक्टर को सुरक्षा मानकों के प्रति सचेत नहीं रहने पर कंपनी की सेवा से ब्लैक लिस्टेड भी किया जा सकता है।
सीआइएसएफ को यह हिदायत दी गई है कि वे प्रत्येक गेट पर गहनता से जांच करे कि संयंत्र में प्रवेश करते समय सुरक्षा नियमों का उल्लंघन नहीं किया जाए। प्रबंधन ने एक कमेटी का गठन भी किया है जो बीएसएल के मेन गेट के अलावा प्रत्येक कार्य दिवस के अलग-अलग दिन संयंत्र के अन्य प्रवेश द्वार पर औचक जांच करेगी। फिलहाल प्रबंधन ने वैसे बीएसएल अधिकारियों के खिलाफ उनके विभागाध्यक्ष को नोटिस देना शुरू कर दिया है जो प्लांट में चारपहिया वाहन चलाते समय सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करते हैं। प्लांट में जगह-जगह दोपहिया वाहन पर पीछे बैठनेवालों के हेलमेट लगाने की भी औचक जांच की जाएगी।