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बारिश से धंसा दो पुल का किनारा, 25 गांव प्रभावित

गोमिया/स्वांग (बेरमो) : मूसलधार बारिश से गोमिया प्रखंड स्थित चिड़वा नदी पर बने दो पुल का किनारा धंस ग

By Edited By: Published: Mon, 26 Sep 2016 11:04 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2016 11:04 PM (IST)
बारिश से धंसा दो पुल का किनारा, 25 गांव प्रभावित

गोमिया/स्वांग (बेरमो) : मूसलधार बारिश से गोमिया प्रखंड स्थित चिड़वा नदी पर बने दो पुल का किनारा धंस गया। इससे लगभग दो दर्जन गांवों के लोगों का आवागमन प्रभावित हो गया। रविवार की शाम से देर रात मूसलधार बारिश के दौरान लोधी पंचायत से गोमिया आनेवाले रास्ते और चुट्टे से गोमिया के रास्ते में स्थित चिड़वा नदी पुल का किनारा धंस गया।

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इस क्षेत्र के करीब 25 गांवों के लोगों को गोमिया प्रखंड मुख्यालय आने के लिए अन्य रास्ते से काफी लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। उन गांवों में करमटिया, पिपराबाद, सेंवई, तुइयो, राजडेरवा, खरना, डंडरा, अमन, खर्चाबेड़ा, बलथरवा, सिमराबेड़ा, बनडीहा, परसापानी, नवडंडा, पारखरना आदि शामिल हैं।

चुट्टे पंचायत की मुखिया लता देवी, पूर्व मुखिया मो. रियाज एवं प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष मोहन कुमार ने गोमिया बीडीओ एवं उपायुक्त का ध्यानाकर्षण कराते हुए दोनों पुल के किनारों को अविलंब मरम्मत कराने की मांग की है। पिछले माह चुट्टे ग्राम में आयोजित जनता दरबार में डीसी के समक्ष इन रास्तों में पक्की सड़क बनाने की मांग ग्रामीणों ने उठाई थी, लेकिन अब तक नहीं बनाई गई।

दूसरी ओर, गोमिया प्रखंड की सुदूरवर्ती पंचायत चतरोचट्टी के तिस्कोपी ग्राम के किसानों के लिए रविवार की शाम से देर रात तक हुई मूसलधार बारिश जहमत साबित हुई। वर्षा के कारण कोनार डैम के बढ़े जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए छोड़े गए पानी से पास बह रही केकैया नदी में बाढ़ आ गई। नदी का पानी दो दर्जन किसानों के खेतों में घुस गया। इस कारण उन खेतों में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई। उन फसलों से लगभग पांच हजार मन धान की फसल होने की उम्मीद थी।

भुक्तभोगी दुलू महतो, लालदेव महतो, नीलकंठ महतो, प्रेमचंद महतो, सोबरन महतो, गणपत महतो, देवनारायण महतो, बालेश्वर महतो, नागेंद्र महतो, जीतलाल महतो, वकील महतो, शंकर महतो, गरीब महतो, अमृत महतो, निरंजन महतो, जगदीश महतो, मेघलाल महतो, बजरंगी महतो, दुलारचंद महतो, महेश महतो, रोहित महतो, धनेश्वरी देवी, महादेव महतो आदि ने कहा कि काफी मेहनत कर और कर्ज लेकर खेतों में धान की रोपनी की थी। फसल भी अब लहलहाने लगी थी, लेकिन नदी में आई बाढ़ के पानी ने तबाही मचा दी। अब सालभर किसानों को पेट पालने की चिंता सताने लगी है। सभी किसानों ने जिले के उपायुक्त का ध्यान आकृष्ट कराते हुए केसीसी लोन माफ कराने और सरकारी तौर पर क्षतिपूर्ति दिलाने की मांग की है।

''तिस्कोपी ग्राम के जिन किसानों की धान की फसल खेतों में नदी की बाढ़ का पानी घुसने से नष्ट हुई है, उन सभी को क्षतिपूर्ति के तौर पर मुआवजा दिलाया जाएगा। किसान धैर्य रखें, प्रखंड एवं जिला प्रशासन से वे इस संबंध में बात की जाएगी। साथ ही फसलों के नुकसान का पूरा ब्यौरा सौंपा जाएगा।

- कोलेश्वरी देवी, मुखिया, चतरोचट्टी पंचायत।


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