कलाकारों ने पढ़ाया मानवता का पाठ
बोकारो : बीएसएल की ओर से राजभाषा पखवारा के तहत कलाकेंद्र सेक्टर दो में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि अधिशासी निदेशक शितांशु प्रसाद ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि नाटक समाज का आईना होता है। इसके माध्यम से कलाकार सामाजिक परिदृश्य का चित्रण करते हैं। सामाजिक कुरीतियों और भ्रष्टाचार पर चोट करते हैं।
राउरकेला इस्पात संयंत्र के कलाकारों ने नाटक के माध्यम से लोगों को मानवता का पाठ पढ़ाया। साथ ही भ्रष्टाचार पर चोट की। इस नाटक के माध्यम से बताया गया कि आज हम ऐसे समय में आ पहुंचे हैं, जहां पैसा ही सब कुछ है। लोग रुपया कमाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। मानवता का गला घोंट सकते हैं।
इस नाटक में बताया गया कि जिस गांव में बाढ़ नहीं आती है, वहां भी मुआवजा लेने के लिए कुछ लोग एक लाश का सौदा करते हैं। नेताजी, चौकीदार, फुलवा आदि कमीशन के लिए झूठ पर झूठ बोलते हैं। इस नाटक के निर्देशक गोविंद गिरि, संजय हाती एवं संगीतकार धीमन दत्ती थे। पूर्व में महाप्रबंधक वीके सिंह ने आगंतुकों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन शुभनीत भटनागर ने किया। अंत में महाप्रबंधक बी मुखोपाध्याय ने कलाकारों को पुरस्कृत किया। मौके पर सुभाष रजक, मदन राम, मो. सलीम, अरुण सिन्हा आदि उपस्थित थे।