चास में यातायात व्यवस्था ध्वस्त
बोकारो : इन दिनों चास में यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। सुबह से देर रात तक चास के मुख्य पथ से लेकर अन्य पथों पर जाम की स्थिति से लोग परेशान हैं। जिले का मुख्य बाजार चास है जहां प्रतिदिन दूरदराज क्षेत्र के व्यवसायियों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में चास आने के नाम पर व्यवसायी एक बार सोचने को मजबूर हो जाते हैं। इसका असर चास के व्यवसाय पर भी पड़ रहा है।
सड़क पर कब्जा : चास के सभी पथों पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमा लिया है। इससे 40 फीट की सड़क 20 फीट और 80 फीट की सड़क 40 फीट की चौड़ाई में सिमट गई है। दुकानदारों ने अपने उत्पाद की प्रदर्शनी सड़क पर लगा रखी है। यदा-कदा उनके खिलाफ नगर पर्षद की ओर से अभियान चलाया जाता है लेकिन गंभीरता से प्रयास नहीं किया जाता।
डेढ़ किमी के पथ पर 22 क्रॉसिंग : चास की यातायात व्यवस्था को सुधारने और लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए मुख्य पथ पर डिवाइडर का निर्माण किया गया। इस डेढ़ किमी के डिवाइडर में 22 क्रासिंग बना दिए गए। इस वजह से वाहन चालकों का जहां से मन किया वहीं से अपने वाहन को मोड़ दिया। इससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
पार्किंग की व्यवस्था नहीं : चास में कई नामी-गिरामी कंपनी के प्रतिष्ठान सहित बैंक, व्यावसायिक प्रतिष्ठान आदि मुख्य पथ पर हैं। रोजाना हजारों लोगों का काम के सिलसिले में आना-जाना लगा रहता है। उन प्रतिष्ठानों की ओर से पार्किंग की सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है। इससे लोग अपने वाहन को सड़क पर लगाने को विवश हैं।
क्या कहते हैं लोग : चास निवासी चंद्रशेखर कुमार, सईद अहमद, उदय कुमार सिंह, विश्वकर्मा कुमार ने कहा कि लोगों को इसके प्रति जागरूक होना होगा। लोग अगर जागरूक होंगे और दूसरों की समस्या को समझेंगे तभी जाम की स्थिति से जूझना नहीं पड़ेगा। विजय कुमार, अंकित सोनी, सुनील कुमार एवं बादल घोष ने कहा कि अधिकारियों में इच्छाशक्ति की कमी चास की समस्या के समाधान में बाधक बनी हुई है। रोजाना कई अधिकारी चास से गुजरते हैं, लेकिन इस ओर उनका ध्यान नहीं जाता।
''चास की यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही इसके लिए एक टीम का गठन किया जाएगा जो चास की यातायात व्यवस्था पर नजर रखेगी।
- कृष्ण कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, चास नगर पर्षद