टीटीपीएस की एक नंबर यूनिट चालू
बोकारो थर्मल/ललपनिया (बेरमो) : तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन की यूनिट संख्या एक से तीन दिन की भारी मशक्कत के बाद शुक्रवार से विद्युत उत्पादन शुरू हो गया। इस यूनिट से 170 मेगावाट और दो नंबर यूनिट से 175 मेगावाट विद्युत उत्पादन हो रहा है। बीते 16 सितंबर से यूनिट नंबर एक से बॉयलर ट्यूब में लीकेज होने के कारण विद्युत उत्पादन ठप था।
इस माह अब तक यूनिट एक की कई बार बॉयलर में ट्यूब लीकेज सहित अन्य तकनीकी गड़बड़ी के कारण कई दिन तक बिजली उत्पादन प्रभावित रहा। बीते 8 सितंबर को ड्रम लेबल काफी हाई होने के कारण दो दिन तक विद्युत उत्पादन ठप रहा। उसे ठीक कर लाइटअप करने के बाद गत 10 सितंबर, 12 सितंबर एवं 16 सितंबर को ट्यूब लीकेज के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ। विभागीय सूत्रों के मुताबिक कई वर्षो से यूनिट का कैपिटल मेंटेनेंस नहीं होने के कारण बार-बार उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
सिर्फ सात हजार टन कोयला उपलब्ध : 630 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमतावाली डीवीसी के बोकारो थर्मल पवार प्लाट के दो एवं एक नंबर यूनिट कोयला के अभाव में शुक्रवार को चौथे दिन भी बंद रही। बी प्लाट की तीनों यूनिट में से तीन नंबर यूनिट को कोयला के अभाव में दस दिन पहले बंद कर दिया गया जबकि दो नंबर यूनिट पिछले चार दिन से बंद है।
डीवीसी के कोल स्टॉक में अब सिर्फ सात हजार टन कोयला ही शेष बचा है। सिर्फ एक यूनिट को चालू रखने में प्रतिदिन तीन हजार टन कोयले की खपत होती है। फिलहाल बी प्लाट की दोनों यूनिट को बंद करने के बाद सिर्फ एक नंबर यूनिट से 170 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है।
बी प्लाट के मुख्य अभियंता जेपी सिंह ने कहा की गुरुवार की रात सीसीएल से रेलवे रैक के जरिये तीन हजार टन कोयला आया। फिलहाल प्लाट में कोयले का स्टॉक मात्र सात हजार टन ही बचा है। सिर्फ एक नंबर यूनिट को चालू रखने में स्टॉक में रखा कोयला दो दिन चलेगा। कोयले की मांग सीसीएल से बार-बार की जा रही है मगर प्लाट को जरूरत के मुताबिक कोयला नहीं मिल रहा है। प्लाट में कोयला आने की यही रफ्तार रही तो मजबूरीवश बोकारो थर्मल प्लाट की तीनों यूनिट को बंद करना पड़ेगा।