भाजपा में उम्मीदवारी के लिए धींगामुश्ती
बोकारो : बोकारो विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर उम्मीदवार बनने का सपना सजाने वाले नेताओं की बेचैनी बढ़ती जा रही है। वेलोग इस सीट पर अपनी जीत सुनिश्चित मान रहे हैं। अन्य तीन सीट पर चुनाव लड़ने का मतलब यह है कि उन्हें गोमिया में माधव लाल सिंह, बेरमो में राजेंद्र सिंह एवं डुमरी में जगन्नाथ महतो जैसे दिग्गज से भिड़ना होगा।
ऐसे में सभी को बोकारो सीट ही सबसे महफूज लग रही है। यही वजह है कि सेकेंड लाइन के नेता गोलबंद होकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की भावना का ख्याल रखा जाना चाहिए। वेलोग केंद्रीय नेतृत्व के अनुशासन के पाठ को भूलकर अभी से सक्रिय हो गए हैं। इसमें वैसे नेता भी हैं जिनका न तो जनाधार है और न ही संगठन के स्तर पर उनकी विशेष सक्रियता। फिर भी वे अपने को टिकट का दावेदार मान रहे हैं।
बोकारो विधानसभा सीट पर नए उम्मीदवार के चुनाव लड़ने की चर्चा के बीच जिलाध्यक्ष अंबिका खवास ने विरोध शुरू कर दिया है। इसके लिए जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में पिण्ड्राजोरा में पार्टी कार्यकर्ताओं की हुई बैठक में उन्होंने कहा कि आयातित उम्मीदवार को बोकारो के भाजपा कार्यकर्ता पसंद नहीं करेंगे।
राजेंद्र महतो ने कहा की नाटककार एवं कलाकारों से बचने की जरूरत है। मृत्युंजय शर्मा ने कहा कि क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर झारखंड में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने के लिए संकल्प लेना होगा। अखिलेश महतो ने कहा कि प्रत्येक कार्यकत्तरा अकाल क्षेत्र घोषित करने की मांग को लेकर होनेवाले आंदोलन का समर्थन करें।