संशोधित ... 15 साल से निरंतर बह रही ममता की धार
जुगल मंगोत्रा, पौनी कुदरत कभी भी करिश्मा करती है। रियासी जिले के पौनी में भी कुदरत का ऐसा ही करिश्
जुगल मंगोत्रा, पौनी
कुदरत कभी भी करिश्मा करती है। रियासी जिले के पौनी में भी कुदरत का ऐसा ही करिश्मा देखने को मिला है, जहां पर एक जर्सी नस्ल की गाय पिछले 15 साल से दूध की अमृतधार बहा रही है। पूरे क्षेत्र में यह गाय चर्चा का विषय बनी हुई है।
पौनी कस्बे के किसान मंजीत की गाय ने मार्च 2002 में बछड़े को जन्म दिया था। तब से वह लगातार दूध दे रही है। सबसे हैरानी की बात यह कि गाय ने 2002 के बाद कभी गर्भधारण नहीं किया। 15 साल से निरंतर दूध दे रही गाय को उसका मालिक और उसके परिवार के लोग कामधेनु का अवतार मान रहे हैं। गाय के मालिक मंजीत सिंह और उनकी पत्नी निर्मल कौर ने बताया शुरू में उनकी गाय दस से बारह लीटर दूध प्रतिदिन देती थी। लगातार दूध देते-देते मौजूदा समय में भी बिना गर्भधारण के दो से तीन लीटर दूध दे रही है। इस दूध से उनके परिवार का भरण-पोषण आवश्कता अनुसार चल रहा है। निर्मल कौर ने बताया मार्च 2012 में काना डाक बंगला में पशु मेले में लगाई गई प्रदर्शनी में उनकी गाय को उचित इनाम प्राप्त हुआ था। गाय को खरीदने के लिए कई लोगों ने लाख से सवा लाख रुपये तक देने की बात कही, लेकिन उन्होंने नहीं बेचा। दिन हो या रात गाय से जब मन करे हम दूध ले लेते हैं। उन्होंने कहा उनकी गाय का दूध वैसा ही स्वादिष्ट है, जैसे कि अन्य दुधारु पशुओं से प्राप्त किया होता है।
वहीं, पशु चिकित्सक एमए मलिक का कहना है ऐसे मामले बहुत कम देखने को मिलते हैं। अक्सर दो या तीन साल के बाद दुधारु पशु फिर से गर्भधारण हो जाता है। अगर किसी दुधारु पशु ने एक बार के बाद फिर कभी गर्भधारण नहीं किया तो इसका कारण उसके गर्भाश्य में कोई समस्या हो सकती है। इस कारण वह दूसरी बार गर्भधारण नहीं कर पाई और लगातार दूध रही है।
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कई बार करा चुके हैं इलाज
मंजीत सिंह का कहना है वह अपनी गाय का फिर से गर्भधारण के लिए कई बार इलाज करा चुके हैं। बड़े से बडे पशु चिकित्सक से गाय का इलाज कराया, लेकिन गाय फिर से गर्भधारण नहीं हुई। अब उन्होंने इसे कुदरत का करिश्मा मानकार इलाज कराना भी छोड़ दिया है। जब तक गाय दूध देती रहेगी वह इसका दूध लेते रहेंगे।
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