रियासी में रोष जुलूस निकाला
संवाद सहयोगी, रियासी : जम्मू में एम्स खोलने की मांग को लेकर तीन दिन बंद का पहले दिन शुक्रवार को रिय
संवाद सहयोगी, रियासी : जम्मू में एम्स खोलने की मांग को लेकर तीन दिन बंद का पहले दिन शुक्रवार को रियासी में सुबह मिला जुला असर देखने को मिला, लेकिन दोपहर को अधिकांश दुकानें खुल गई। उधर, बार एसोसिएशन और एम्स कोऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्यों ने कस्बे में रोष जुलूस निकाला। उन्होंने राज्य की गठबंधन सरकार से जम्मू में एम्स खोलने की मांग की। उन्होंने कस्बे के चौक चबूतरा से जुलूस निकाला और मुख्य बस अड्डे पहुंचे। यहां विजय शर्मा ने कहा कि डॉ. जितेंद्र सिंह को भारी बहुमत से जीता कर सांसद इसलिए बनाया गया कि वह दिल्ली में जम्मू के हित के बारे में आवाज उठाएंगे। जितेंद्र सिंह ने ही जम्मू में एम्स बनाने की बात कहीं थी। लेकिन बाद में भाजपा ने राज्य में अपनी सरकार व उप मुख्यमंत्री बनाने के लिए एम्स श्रीनगर में देकर कश्मीरी हुकुमरानों से जम्मू की जनता का सौदा कर लिया। उसके विरोध के स्वर उठने पर उप मुख्यमंत्री ने 20 जुलाई तक जम्मू में एम्स घोषित करने का लिखित आश्वासन दिया था। भाजपा उसे भी पूरा नहीं कर सकी। अब भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। लोग बेवकूफ बनने वाले नहीं। तारिक बट ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के निधन पर केंद्र सरकार ने देश में सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इसके बावजूद रियासी में भाजपा द्वारा वीरवार शाम को एम्स जम्मू में बनाने की खुशी को लेकर ढोल नगाड़े बजा दिए। जो कि काफी अफसोस जनक है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने एक फिर से ढोल नगाड़े बजावा कर हडताल को विफल और लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया। एडवोकेट राजेंद्र शर्मा, सोहन लाल ने कहा कि जम्मू में एम्स की मांग सियासी मसला नहीं, एम्स कोआर्डिनेटर कमेटी से 120 से भी ज्यादा संस्थाएं जुड़कर अपनी जायज मांग कर रही है, लेकिन भाजपा लोगों को गुमराह कर अपना कार्यकाल निकालने का प्रयास कर रही है। यह प्रदर्शन उन लोगों के खिलाफ है जिन्हें जम्मू से सहानुभूति नही। इस संघर्ष में दूरदराज के लोगों को भी शामिल होने की जरूरत है।