घाटी में हिंसा, एलओसी पर सीज फायर का उल्लंघन
ओवल में भारत के जैसे-जैसे विकेट गिरते गए कश्मीर में आतिशबाजी और पाक के समर्थन में नारे तेज होते गए।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो]। लंदन के ओवल स्टेडियम में आइसीसी क्रिकेट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत पर पाकिस्तान की जीत के साथ ही रविवार दिनभर लगभग शांत रही घाटी शाम को अशांत हो गई। पाक के समर्थन में नारे लगाती भीड़ लगभग हर जगह नजर आई और इसमें शामिल शरारती तत्वों ने सुरक्षाबलों के बंकरों पर जलते पटाखे फेंकने के साथ पथराव भी किया। हालात पर काबू पाने के लिए कई जगह सुरक्षाकर्मियों को बल प्रयोग करना पड़ा।
उधर, पाकिस्तान ने भी देर रात एक बार फिर नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सीज फायर का उल्लंघन कर नौशहरा के कलाल व कलसियां सेक्टर में हल्के हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है। गोलीबारी में नुकसान की सूचना नहीं है।
ओवल में भारत के जैसे-जैसे विकेट गिरते गए कश्मीर में आतिशबाजी और पाक के समर्थन में नारे तेज होते गए। मैच का फैसला होते ही गली-बाजारों में जुलूस भी निकलने लगे। श्रीनगर के मैसूमा, खनयार, राजबाग, जवाहर नगर, बटमालू, नौहट्टा, सौरा अहमदनगर समेत अन्य इलाकों में लोगों ने जुलूस निकाला। आतिशबाजी के बीच शरारती तत्वों ने सुरक्षाबलों को उकसाते हुए न सिर्फ उन पर पथराव किया, बल्कि उनके बंकरों पर जलते पटाखे भी फेंके।
कई जगह हालात पर काबू पाने के लए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग भी करना पड़ा।उत्तरी कश्मीर के बारामुला, सोपोर व दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा और शोपियां में भी शरारती तत्वों और सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पों का दौर चला, जो देर रात जाकर ही थमा।
आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाकिस्तान के बीच खिताबी भिड़ंत में भारत की पराजय के बाद आत्मघाती हमले की साजिश की आशंका के मद्देनजर पूरी वादी में सुरक्षाबलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, राजौरी में पुलिस व सीआरपीएफ के तीन सौ से अधिक जवानों को तैनात किया गया।
श्रीनगर के डाउन-टाउन, नौगाम बेमिना-बाईपास और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को अत्यंत संवेदनशील घोषित किया गया है। इस बीच, राष्टï्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) प्रशासन ने पिछले वर्ष अप्रैल में क्रिकेट मैच को लेकर संस्थान में स्थानीय और बाहरी छात्रों के बीच पैदा हुए विवाद का संज्ञान लेते हुए छात्रावास में रहने वाले किसी भी छात्र को शाम पांच बजे के बाद परिसर से बाहर जाने पर प्रतिबंध रहा। इसके साथ ही किसी भी बाहरी तत्व के परिसर में सोमवार की सुबह तक आने पर रोक लगा दी है।
राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह अलर्ट अगले 48 घंटों के लिए है। सबसे ज्यादा अहमियत रविवार की रात और सोमवार सुबह की है। अतीत में भी आतंकियों ने सुरक्षाबलों के शिविरों में क्रिकेट मैच के दौरान ही कई आत्मघाती हमले किए हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्रीष्मकालीन राजधानी में वैसे भी पिछले चार दिनों से आतंकियों के एक दस्ते की गतिविधियों की सूचना है। यह दस्ता हजरतबल, नूरबाग, बेमिना, नौहट्टा और ईदगाह के इलाके में देखा गया है। इस पर सभी संबंधित एजेंसियों को अलर्ट जारी करते हुए किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विभिन्न जगहों पर क्यूआरटी को तैनात किया गया है।