Srinagar: कश्मीर में हिंसक प्रदर्शनों का सूत्रधार हयात अहमद पुलिस के हत्थे चढ़ा
पुलिस के मुताबिक हयात दो बार जन सुरक्षा अधिनियम के तहत भी बंदी बनाया गया है। उसके खिलाफ श्रीनगर समेत वादी के विभिन्न थानों में 19 एफआईआर दर्ज हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। ग्रीष्मकालीन राजधानी के सौरा समेत विभिन्न इलाकों में राष्ट्रविरोधी प्रदर्शनों और पत्थरबाजी की घटनाओं का सूत्रधार हयात अहमद डार आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने हयात को उसके ठिकाने से पकड़ लिया। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में 19 एफआइआर दर्ज है। वह कट्टरपंथी मर्सरत आलम के संगठन मुस्लिम लीग के वरिष्ठ सदस्यों में से एक है। मसर्रत आलम फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद है।
हयात अहमद ने करीब एक सप्ताह पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कश्मीर में आजादी व संयुक्त राष्ट्र की सिफारिशों के अनुरूप जनमत संग्रह की मांग करते हुए लोगों को राष्ट्रविरोधी प्रदर्शनों के लिए उकसाया था।
पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनों सहित घाटी में घटित होने वाली अन्य घटनाओं का संज्ञान लेते हुए उनमें लिप्त तत्वों की निशानदेही शुरू की तो हयात अहमद का नाम सामने आया। पुलिस ने उसकी गतिविधियों की लगातार निगरानी शुरू की तो पता चला कि वह अपने साथियों संग विभिन्न इलाकों में हिंसक प्रदर्शनों का आयोजन कर रहा है। पुलिस ने कई बार उसके ठिकानों पर दबिश दी लेकिन वह हर बार बच निकलता रहा। आज सुबह पुलिस को पता चला कि वह डाउन-टाउन में एक जगह विशेष पर अपने साथियों संग बैठक के लिए आया हुआ है। पुलिस ने तुरंत वहां दबिश दी और उसे दबौच लिया।
पुलिस के मुताबिक हयात पहले भी कई बार राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में सलिंप्तता के आरोप में पकड़ा जा चुका है। उसे दो बार जन सुरक्षा अधिनियम के तहत भी बंदी बनाया गया है। उसके खिलाफ श्रीनगर समेत वादी के विभिन्न थानों में 19 एफआईआर दर्ज हैं। उसके पकड़े जाने से श्रीनगर व साथ सटे इलाकों में अकसर शुक्रवार को होने वाले राष्ट्रविरोधी प्रदर्शनों पर पूरी तरह लगाम लगने की उम्मीद है।
गौरतलब है कि पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को दाे केंद्र शासित राज्यों में पुनर्गठित किए जाने के केेंद्र सरकार के फैसले के बाद से ही वादी में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हालांकि अधिकांश इलाकों में स्थिति पूरी तरह सामान्य और शांत है लेकिन सौरा व उसके साथ सटे इलाकों में कई बार हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। डाउन-टाउन के विभिन्न हिस्सों में भी पत्थरबाजी की घटनाएं हुई हैं। कई जगह दुकानदारों को धमकाया भी गया है। इसके पीछे हयात का हाथ बताया जा रहा है।