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राज्यपाल शासन ही एकमात्र विकल्प : फारूक

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष व सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को एक बार फ

By JagranEdited By: Published: Mon, 29 May 2017 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 29 May 2017 01:00 AM (IST)
राज्यपाल शासन ही एकमात्र विकल्प : फारूक
राज्यपाल शासन ही एकमात्र विकल्प : फारूक

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष व सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य में सांप्रदायिक तनाव, बिगड़ती कानून व्यवस्था और आतंकी हिंसा पर काबू पाने का यही एकमात्र रास्ता है।

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जम्मू-कश्मीर के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम कभी भी राज्यपाल शासन के समर्थक नहीं रहे हैं। हम इसके खिलाफ हैं, लेकिन अब कोई चारा नहीं है। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी शांत और खुशहाल जम्मू-कश्मीर देखना चाहते हैं। इसके लिए वह प्रयास भी कर रहे हैं। मेरी उनसे क्या बातचीत हुई, इस पर मैं ज्यादा चर्चा नहीं कर सकता, लेकिन यह जरूर कहूंगा कि प्रधानमंत्री कश्मीर के हालात को लेकर बहुत परेशान हैं।

फारूक ने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को रियासत की मौजूदा स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार हर मोर्चे पर नाकाम रही है। सिर्फ दक्षिण कश्मीर ही नहीं पूरा कश्मीर हिंसा व अराजकता की चपेट में है। लोगों से रोजाना कोई न कोई त्रासदी हो रही है। यहां के हालात पूरे देश में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा रहे हैं। इसलिए कश्मीर में अमन बहाली और पूरे देश में सांप्रदायिक तनाव को दूर करने के लिए इस मसले को जल्द हल करना होगा।


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