डोर-टू-डोर चुनाव प्रचार पर जोर
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर में दो संसदीय सीटों पर नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर में दो संसदीय सीटों पर नामांकन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद चुनाव प्रचार भी धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है। हालांकि चुनावों के बहिष्कार की चेतावनी और कार्यकर्ताओं पर हमले की आशंका के चलते पार्टियों के उम्मीदवार रैलियां करने के स्थान पर डोर-टू-डोर प्रचार करने पर अधिक जोर दे रहे हैं।
गत रविवार को भी दक्षिण कश्मीर में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन पर कुछ अज्ञात लोगों ने पथराव कर तीन को घायल कर दिया था। पार्टी के अनंतनाग से उम्मीदवार तसद्दुक मुफ्ती पहले ही पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी जान जोखिम में न डालने की बात कह चुके हैं। ऐसे में प्रमुख दलों के नेता व कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में एहतियात बरत रहे हैं। पार्टियां अधिक जोर लोगों के घरों में जाकर उनसे मिलने पर लगा रही हैं। सोमवार को भी श्रीनगर संसदीय सीट पर नेंका-कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार डॉ. फारूक अब्दुल्ला के नामांकन भरने के बाद उनके कई नेताओं ने अलग-अलग स्थानों पर जाकर लोगों से पार्टी उम्मीदवार के हक में समर्थन मांगा। पीडीपी जिसकी प्रतिष्ठा इन उपचुनावों पर दांव पर लगी है, उसने जरूर इक्का-दुक्का सम्मेलन आयोजित किए हैं। मगर अभी इस पार्टी की ओर से भी अधिक जोर नहीं लगाया गया है। स्थानीय निवासी अब्दुल रज्जाक, नाजम खान ने बताया कि अभी तक कोई भी नेता उनके पास नहीं आया है। दोनों ही श्रीनगर शहर में रहते हैं। लोगों में फिलहाल चुनावों को लेकर कोई अधिक उत्साह नहीं है लेकिन सभी की नजरें इस बात पर जरूर टिकी हुई हैं कि पीडीपी इन सीटों पर अपना कब्जा बरकरार रखती है या नहीं।