हिज्ब में युवाओं की भर्ती का नेटवर्क तबाह
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पुलिस ने शनिवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुला में आतंकी संगठन में स्थानीय युव
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पुलिस ने शनिवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुला में आतंकी संगठन में स्थानीय युवाओं की भर्ती की एक बड़ी साजिश को नाकाम बनाते हुए हिजबुल मुजाहिद्दीन के एक आतंकी और नौ ओवरग्राउंड वर्करों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि उत्तरी कश्मीर में आतंकियों की नई पौध तैयार करने का हिजबुल का नेटवर्क लगभग तबाह हो गया है।
डीआइजी उत्तरी कश्मीर रेंज नीतिश कुमार और एसएसपी बारामुला इम्तियाज हुसैन मीर ने बताया कि कुछ समय पहले बारामुला व उसके साथ सटे इलाकों में आतंकियों द्वारा नए लड़कों की भर्ती के प्रयास की जानकारी मिलते ही पुलिस ने संदिग्ध तत्वों की निगरानी शुरू कर दी। इसी दौरान सीलू-सोपोर से हिजबुल का एक स्थानीय आतंकी इरशाद अहमद शाह पकड़ा गया। पूछताछ में इरशाद ने अपने दो अन्य साथी आतंकियों और हिज्ब द्वारा नए लड़कों की भर्ती के लिए अपनाए जा रह तौर तरीकों का खुलासा किया।
डीआइजी नीतिश कुमार ने बताया कि बीते दो सालों से सक्रिय इरशाद ख्वाजा उर्फ तनवीर ने अपने दो साथियों के साथ ही मकबूलाबाद बहरामपोरा (सोपोर) के ईद-उल-अमीन मीर की हत्या की थी। उसकी हत्या की साजिश हिज्ब के एक ओवरग्राउंड वर्कर अजहर इम्तियाज के घर में तैयार की गई थी। अजहर पहले ही पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि इरशाद से मिले सुराग के आधार पर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के संयुक्त कार्यदल ने बारामुला, सोपोर व उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय हिजबुल मुजाहिदीन के नौ ओवरग्राउंड वर्कर मुदस्सर अहमद गनई, अब्दुल मजीद, एजाज अहमद, अजहर, गुलाम मुस्तफा लोन, शौकत अहमद, एजाज अहमद बट, मोहम्मद यासीन तांत्रे और अब्दुल मजीद शाह को पकड़ा।
पकड़े गए ओवरग्राउंड वर्कर आतंकी संगठन में भर्ती के लिए नए लड़कों की निशानदेही करने, उन्हें संगठन में भर्ती होने के लिए उकसाने, सक्रिय आतंकियों के लिए सुरक्षित ठिकानों और सुरक्षाबलों व आम लोगों पर हमले की योजनाओं को अमली जामा पहनाने में मदद कर रहे थे।
डीआइजी ने बताया कि इस पूरे माड्यूल का मजहबी सरगना तिरच कुपवाड़ा का रहने वाला आतंक अजहर खान था। अजहर खान गत चार फरवरी को अपने एक साथी सज्जाद अहमद उर्फ बाबर के साथ अमरगढ़ में सुरक्षाबलों के हाथों मुठभेड़ में मारा गया था। अजहर खान पासपोर्ट पर ही पाकिस्तान गया था और वहां से आतंकी ट्रेनिंग लेकर लौटा था।
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भर्ती हुए किशोर काउंसलिंग के बाद मां-बाप के हवाले :
डीआइजी नीतिश कुमार ने आतंकी संगठन में भर्ती किए गए नाबालिगों की संख्या का खुलासा करने से इन्कार करते हुए कहा कि हमने इन लड़कों के अभिभावकों को भी बुलाया। इन लड़कों की काउंसलिंग की। आतंकी संगठन में शामिल होने के पीछे उनकी मंशा को समझा। उन्हें आतंकवाद व इस्लाम के नाम पर होने पर दुष्प्रचार के प्रति सचेत किया। इसके बाद इन लड़कों को उनके मां-बाप के हवाले किया गया और अभिभावकों से भी अपील की है कि वे अपने बच्चों पर नजर रखें।
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