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वादी में हिंसक झड़पों में दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल

संवाद सहयोगी, श्रीनगर : वादी में बुधवार को अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस की रैलियों को सुरक्षाब

By Edited By: Published: Thu, 20 Oct 2016 01:01 AM (IST)Updated: Thu, 20 Oct 2016 01:01 AM (IST)
वादी में हिंसक झड़पों में
दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल

संवाद सहयोगी, श्रीनगर : वादी में बुधवार को अलगाववादी संगठन हुर्रियत कांफ्रेंस की रैलियों को सुरक्षाबलों ने बलपूर्वक नाकाम बना दिया। सुरक्षाबलों की कार्रवाई में दर्जनों प्रदर्शनकारी घायल हो गए। हिंसक प्रदर्शनों से उत्पन्न स्थिति के चलते कई इलाकों में अघोषित क‌र्फ्यू भी लगा दिया गया। हड़ताल व बंदिशों के चलते 103वें दिन भी वादी में सामान्य जनजीवन अस्तव्यस्त रहा।

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गौरतलब है कि ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस ने बुधवार को लोगों से अपने इलाके में आजादी समर्थक रैलियां निकाल कर जिला मुख्यालयों की तरफ मार्च का आह्वान किया था। संगठन के आह्वान पर पुलवामा, बडगाम, गांदरबल व कुलगाम में लोगों ने आजादी समर्थक रैलियां निकालने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने उसे बलपूर्वक नाकाम बना दिया। पुलवामा जिले के निवा में मुरन चौक की तरफ मार्च करने का प्रयास कर रहे लोगों को सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले बरसा कर खदेड़ दिया। सुरक्षाबलों की इस कार्रवाई में चार प्रदर्शनकारी घायल हो गए। जिले के ही आरीहल इलाके में भी आजादी समर्थक रैली को सुरक्षाबलों ने नाकाम बना दिया। सुरक्षाबलों की कार्रवाई में दो महिलाओं समेत चार प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

उधर, कुलगाम के रोहमू इलाके में भी लोगों ने कुलगाम की तरफ मार्च करने का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षाबलों ने आंसू गैस के गोले दाग मार्च को नाकाम बना दिया। सुरक्षाबलों की कार्रवाई में छह प्रदर्शनकारी घायल हो गए। बडगाम जिले के सोइबुग इलाके में भी प्रदर्शनकारियों ने चाडूरा की तरफ रैली निकालने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें हांजिक चौक के निकट आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी। इस पर प्रदर्शनकारी उत्तेजित हो गए और उन्होंने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। जवाब में सुरक्षाबलों ने उन्हें खदेड़ने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले दागे। प्रदर्शनकारियों व सुरक्षाबलों के बीच हुई हिंसक झड़प में नौ प्रदर्शनकारियों को चोटें आई।

वहीं,उत्तरी कश्मीर के सोपोर व श्रीनगर के लावेपोरा इलाके में कुछ शरारती तत्वों की गिरफ्तारी के दौरान लोगों ने पुलिस पर पथराव किए। इस पर सुरक्षाबलों ने उन्हें खदेड़ने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले दागे। इसके बावजूद जब प्रदर्शनकारी नहीं हटे तो सुरक्षाबलों ने हवा में गोली चलाई, जिससे इन इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इन घटनाओं के बाद इलाकों में अघोषित क‌र्फ्यू लगा दिया गया और किसी को भी आने जाने की अनुमति नहीं दी गई। इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में थी।

वहीं, हड़ताल के 103वें दिन भी वादी में सामान्य जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। व्यापारिक प्रतिष्ठान, शैक्षणिक संस्थान, निजी कार्यालय बंद रहे। सार्वजनिक यातायात ठप रहा, लेकिन सिविल लाइंस इलाकों में रेहड़ी वालों और निजी वाहनों की आवाजाही से थोड़ी रौनक बनी रही। गौरतलब है कि ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस ने हड़ताल 20 अक्टूबर तक बढ़ा दी है।

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आग लगने से जियारत, मस्जिद

व गाड़ी क्षतिग्रस्त

श्रीनगर : वादी में आग लगने की रहस्यमय घटनाओं में एक जियारत, मस्जिद व एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। उत्तरी कश्मीर के सोपोर में बुधवार तड़के प्रसिद्ध सूफी संत हजरत लालबाब साहिब की जियारत में आग लग गई। लोग जब तक आग बुझाने का प्रयास करते, आग तेजी से फैलते हुए न केवल पूरी जियारत बल्कि इससे सटी मस्जिद को भी अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

इधर बुधवार सुबह 11 बजे श्रीनगर के हजरतबल इलाके में भी एक स्कॉर्पियो कार में अचानक आग लग गई। उस समय निजी वाहनों की आवाजाही जारी थी। स्कॉर्पियो सड़क किनारे एक तरफ पार्क की गई थी। इसी बीच आग की लपटें निकलने लगीं। लोगों और पुलिस ने फौरन आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग ने कार को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस के अनुसार अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है।

गौरतलब है कि सोमवार को श्रीनगर के पारिंपोरा इलाके में शरारती तत्वों ने दो सूमो वाहनों को फूंक दिया था। इसी बीच, प्रशासन ने सोपोर में आग से क्षतिग्रस्त जियारत व मस्जिद के पुनर्निर्माण के लिए 25 लाख रुपये मंजूर किए हैं।


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