मानव तस्करी रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं : डीजीपी
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य पुलिस महानिदेशक के राजेंद्रा ने मंगलवार को राज्य में मानव तस्करी रोकने
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य पुलिस महानिदेशक के राजेंद्रा ने मंगलवार को राज्य में मानव तस्करी रोकने के पुलिस अधिकारियों को ठोस कदम उठाने के निर्देश देते हुए कहा कि एंटी ह्यूमन ट्रैफकिंग (एएचटी) यूनिटों के प्रति आम लोगों में जागरुकता पैदा की जाए। उन्होंने कहा कि एएचटी यूनिट को नियमित पुलिस थानों की तरह ही काम करना चाहिए।
यहां एक उच्चस्तरीय बैठक में एएचटी से जुड़ी गतिविधियों का जायजा लेते उन्होंने कहा कि एएचटी की गतिविधियां जमीनी स्तर पर साफ नजर आनी चाहिए। एएचटी के प्रति लोगों में जागरुकता पैदा की जाए बैठक में विशेष महानिदेशक कानून व्यवस्था एवं समन्वय डॉ. एसपी वैद, आइजीपी कश्मीर एसजेएम जिलानी, आइजीपी मुनीर अहमद खान व अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे।
महानिदेशक के राजेंद्रा ने कहा कि मानव तस्करी को रोकना एक बहुत बड़ी चुनौती है और पूरी गंभीरता से इससे निपटा जाए। राज्य के सात जिला में स्थापित एचएटी यूनिट को पुलिस थानों की भांति ही काम करना चाहिए और रोजनामचा रोजाना ही तैयार किया जाए। गुमशुदगी की सभी रिपोर्टाें को उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार ही दर्ज करते हुए लापता लोगों का पता लगाने के लिए ठोस कार्रवाई की जाए। गुमशुदगी की सभी रिपोर्टाें को पुलिस की वेबसाइट पर नियमित रूप से अपलोड किया जाए ताकि आम लोग भी मानव तस्करी विशेषकर बच्चों की चोरी व तस्करी रोकने में सहयोग कर सके।
महानिदेशक ने कहा कि एएचटी यूनिट को ऐसी जगह से काम करना चाहिए,जहां सभी आसानी से पहुंच सकें। एएचटी के कामकाज को प्रभावी तरीके से निपटाने के लिए स्थायी प्रबंध किए जाएं और उन्हें आवश्यक मानव श्रम समेत सभी ढांचागत सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
आइजीपी अपराध शाखा मुनीर अहमद खान ने बैठक में बताया कि इस समय बारामुला, श्रीनगर, अनंतनाग, जम्मू, कठुआ, ऊधमपुर व डोडा में ही एएचटी यूनिट बनाए गए हैं। इनकी गतिविधियों पर फिलहाल जिला स्तर पर निगरानी की जा रही है।
पुलिस महानिदेशक के राजेंद्रा ने इस दौरान राज्य में स्थापित किए गए नए महिला पुलिस थानों के कामकाज का भी जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने पुलिस में भर्ती नए रंगरुटों के कैरेक्टर वेरीफिकेशन समेत अन्य औपचारिकताओं को जल्द पूरा करने के निर्देश भी दिए ताकि उन्हें बेसिक ट्रेनिंग के लिए जल्द भेजा जा सके।