कश्मीर में इजारयल जैसी कॉलोनी नहीं बनने देंगे : गिलानी
श्रीनगर : विस्थापित कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए कॉलोनी बनाए जाने का अलगाववादी खेमे ने विरोध क
श्रीनगर : विस्थापित कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए कॉलोनी बनाए जाने का अलगाववादी खेमे ने विरोध करते हुए कहा कि वह कश्मीर में इजारयल जैसी कॉलोनी नहीं बनने देंगे। ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि ¨हदोस्तान शुरू से ही कश्मीरियों की हक-ए-खुद इरादियत की तहरीक को मजहबी तहरीक साबित करने पर तुला है। इसलिए वह कभी बंदूक उठाने वाले कश्मीरी नौजवानों को दहशतगर्द करार देता है तो कभी कश्मीरियों को मजहबी आधार पर बांटने की साजिश होती है। उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों की अलग से कॉलोनी भी इसी साजिश के तहत बनाई जा रही है। लेकिन कश्मीरी मुस्लिम और कश्मीरी पंडित इस साजिश को नाकाम बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हम किसी भी सूरत में यह कॉलोनी नहीं बनने देंगे।
गिलानी ने कहा कि कश्मीरी पंडित हमारा एक हिस्सा हैं। हम चाहते हैं कि वह अपने घरों में वापस आएं, लेकिन ¨हदोस्तान की साजिश का हिस्सा बन कर नहीं। उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारुक ने कहा कि यहां कौन नहीं चाहता कि कश्मीरी पंडित अपने घरों में आएं। उनके लिए अलग कॉलोनी की जरूरत नहीं है। अलग कॉलोनी का मतलब कश्मीरी पंडितों और कश्मीरी मुस्लिमों को मजहबी आधार पर बांट कर असुरक्षा की भावना पैदा करना। दुख्तरान-ए-मिल्लत की प्रमुख आसिया अंद्राबी ने कहा कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के लिए अलग कॉलोनी एक गहरी साजिश के तहत बसाई जा रही है। यह कॉलोनी आगे चलकर कश्मीर में इजरायल-फिलस्तीन जैसी स्थिति पैदा करेगी। अगर ¨हदोस्तान ने अपनी इस साजिश को नहीं रोका तो कश्मीरी मुस्लिम इसके खिलाफ सउ़कों पर आ जाएंगे। हम चाहते हैं कि कश्मीरी पंडित यहां और ठीक उसी तरह अपने मुस्लिम भाइयों के साथ रहें,जैसे पहले रहते थे।।