विधानसभा में सुनाई दी गोलों की गूंज
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। सीमावर्ती इलाकों में गिर रहे पाकिस्तानी गोलों की गूंज सोमवार को राज्य विधानसभा में भी सुनाई दी। पैंथर्स पार्टी के विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया ने सरकार पर सीमांत लोगों की उपेक्षा का आरोप लगाया और माथे पर काला रिबन बांधकर नारेबाजी करते हुए सदन के बीच पहुंच गए। स्पीकर मुबारक गुल के आदेश पर मार्शलों ने मनकोटिया को बाहर निकाल दिया। स्पीकर ने कहा कि जब तक कश्मीर समस्या रहेगी, सरहदी इलाकों में गोलाबारी भी जारी रहेगी।
सुबह राज्य विधानसभा का मानसून सत्र शुरू हुआ तो स्पीकर ने दिवंगत सदस्यों के लिए श्रद्धांजलि प्रस्ताव की कार्यवाही शुरू की। तभी ऊधमपुर से निर्वाचित पैंथर्स विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया अपनी सीट पर खड़े हो गए। माथे पर काला रिबन बांधे मनकोटिया ने सरहदी इलाकों में पाक गोलाबारी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि ग्रामीण मर रहे हैं, लोग पलायन कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी सुध नहीं ले रही है। स्पीकर ने उन्हें शांत करते हुए कहा कि वह सीट पर बैठें, अभी शोक प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इससे कुछ देर के लिए मनकोटिया शांत होकर बैठ गए। दस मिनट बाद वह दोबारा खड़े हो गए और उन्होंने दोबारा बोलना शुरू कर दिया। वह अपनी सीट से उठकर स्पीकर के आसन के समक्ष वेल में पहुंच गए। उन्होंने सीमांत लोगों के साथ ऊधमपुर में रेलवे भर्तियों को लेकर जारी हड़ताल का भी मुद्दा उठाया, लेकिन स्पीकर ने उन्हें बोलने नहीं दिया। इस दौरान विधायक प्रो. चमन लाल गुप्ता भी अपनी सीट पर खड़े हो गए।
इस बीच, स्पीकर ने मनकोटिया को शांत करने का प्रयास करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलाबारी का मुद्दा केंद्र सरकार के दायरे में आता है। इस पर रक्षा मंत्रालय ही सही जवाब दे सकता है और उसे ही कार्रवाई करनी है। बार-बार आग्रह के बाद भी जब पैंथर्स विधायक शांत नहीं हुए तो स्पीकर मुबारक गुल ने कहा कि कश्मीर समस्या के कारण ही सरहदों पर फायरिंग हो रही है। जब तक कश्मीर समस्या हल नहीं होगी, अमन नहीं होगा। इसलिए जब तक कश्मीर समस्या है, गोलीबारी जारी रहेगी। इसके बाद भी जब मनकोटिया शांत नहीं हुए तो स्पीकर ने मार्शलों को उन्हें बाहर निकालने का आदेश दे दिया। मार्शल पैंथर्स विधायक को जबरन बाहर ले गए।
सदन से निकाले जाने के बाद दैनिक जागरण से बातचीत में मनकोटिया ने कहा कि सरकार ने सीमांत लोगों को सुरक्षित जगहों पर प्लाट देने का कई बार यकीन दिलाया। उनके लिए सीमांत इलाकों में बंकर बनाने की बात हुई थी, उनकी फसलों के मुआवजा की घोषणा हुई थी, लेकिन आज तक सरकार ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया है। अब फिर गोलाबारी हो रही है, सीमांत लोग पलायन को मजबूर हैं। उन्हें न रहने के लिए पर्याप्त जगह मिल रही है और न सरकार की तरफ से कोई राशन दिया जा रहा है। इसके अलावा पैंथर्स विधायक ने कहा कि ऊधमपुर और कटड़ा में रेलवे की नौकरियों में स्थानीय लोगों की उपेक्षा पर हड़ताल जारी है, लेकिन सरकार ने इस मसले को भी हल करने का प्रयास नहीं किया।