सैन्य सम्मान के साथ शहीद नसीर सुपुर्द-ए-खाक
जागरण संवाददाता, पुंछ : पाक सेना की ओर से की गई गोलाबारी में शहीद हुए सेना के लांस नायक नसीर मुहम्मद
जागरण संवाददाता, पुंछ : पाक सेना की ओर से की गई गोलाबारी में शहीद हुए सेना के लांस नायक नसीर मुहम्मद के पार्थिव शरीर को सैन्य सम्मान के साथ रविवार को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इससे पहले सेना के 150 जनरल अस्पताल में 25 डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल एस देयाल व अन्य सैन्य अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि अíपत की।
सेना के 150 जनरल अस्पताल से शहीद के पार्थिव शरीर को सेना के विशेष वाहन से पुंछ लाया गया। यहां सेना के ब्रिगेड मुख्यालय में शहीद के पाíथव शरीर को सेना के अधिकारियों के साथ साथ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अíपत की। उसके बाद शहीद के पाíथव शरीर को उसके पैतृक गांव अजोट लाया गया। यहां पर पहले से ही हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। जब तक सूरज चांद रहेगा लांस नायक नसीर तेरा नाम रहेगा, भारत माता की जय के नारों के बीच शहीद का पाíथव शरीर घर पहुंचा। यहां पर शहीद के परिजनों के साथ करीबी रिश्तेदार शव का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही शव घर पहुंचा तो शहीद की पत्नी वसीम अख्तर ताबूत से लिपट कर बेहोश हो गई। शहीद के दो बेटे व एक बेटी अपने अब्बा के शव के पास आते और फिर बाहर चले जाते थे। उसके बाद रविवार दोपहर ढाई बजे के करीब जनाजा पढ़ने के बाद सेना के जवानों ने तीन चक्र हवा में फायर करके अपने साथी को अंतिम विदाई दी। इसके बाद शहीद के पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
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मुझे बेटे की शहादत पर गर्व
शहीद लांस नायब नसीर के पिता मुहम्मद रजाक का कहना है कि मुझे अपने बेटे की शहादत पर गर्व है। मेरा बेटा देश के काम आया, इससे बड़ी और कोई बात नहीं हो सकती है। मेरे परिवार के कई सदस्य भी सेना में हैं और सभी पाक सेना का सीमा पर डट कर मुकाबला कर रहे हैं। मुहम्मद रजाक का कहना है कि मेरा छोटा बेटा भी सेना में है और सीमा पर तैनात है। उन्होंने कहा कि पाक सेना आए दिन क्षेत्र में गोलाबारी कर हमारे जवानों को शहीद कर रही हैं। अब समय आ गया है कि पाक सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया जाए।
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